सायला. राजस्थान के जालोर जिले के सायला क्षेत्र में कोरोना संदिग्ध का सैंपल लेते समय लापरवाही सामने आई है। घटना गुरुवार शाम की है जब युवक के नाक से स्वाब लेते समय वीटीएम (वायरस कलेक्शन स्वाब) किट की स्टिक टूटकर नाक में फंस गई। युवक की नाक में यह करीब साढ़े छह घंटे तक फंसी रही।
इसके बाद संदिग्ध काे सायला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। यहां स्टिक निकालने की कोशिश की गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद युवक को जालोर रैफर किया गया। यहां निजी अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने रात करीब साढ़े 11 बजे स्टिक काे बाहर निकाला।
लापरवाही बरतने पर बीसीएमओ ने किया एपीओ
इस मामले में सुराणा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लैब टेक्नीशियन प्रमोद कुमार शर्मा को ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ. रघुनंदन विश्नोई ने पद से हटाकर सब डिवीजन हेडक्वार्टर में पोस्टिंग कर दी है।
जिले में 15 हजार सैंपल लिए गए, पहली ऐसी घटना
कोरोनावायरस के संक्रमण की जांच के लिए नाक और गले से स्वाब का सैम्पल एक पतली स्टिक से लिया जाता है। इसे नाक और गले में काफी गहराई तक डाला जाता है। अब तक जिले में करीब 15 हजार सैंपल लिए जा चुके हैं, लेकिन नाक में स्टिक टूटने की घटना पहली बार सामने आई है।
इनका कहना है
- टीम द्वारा सही तरीके से सैंपल लिया जा रहा था, युवक के नाक में ही टेढापन था, जिसकी वजह से स्टिक टूट गई थी। - डॉ. दूदाराम, थलवाड़ पीएचसी प्रभारी
- युवक के नाक में नली फंस जाने की सूचना के बाद तत्काल जालोर रेफर किया गया, जहां स्टिक निकाल दी गई। लापरवाही बरतने पर लैब टेक्नीशियन को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया गया है। - डॉ. रघुनंदन विश्नाेई, बीएमओ, सायला।