केंद्र सरकार की ओर से गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में कोरोना वायरस संकट को लेकर हलफनामा दायर किया गया है. केंद्र ने अपने हलफनामे में माना है कि देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. ऐसे में देश में बड़ी संख्या में मेक-शिफ्ट अस्पतालों की स्थापना करनी होगी.
केंद्र सरकार की ओर से दाखिल हलफनामे में कहा गया है कि अब देश में तेजी से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है. ऐसे में निकट भविष्य में मौजूदा अस्पतालों के अलावा कोरोना मरीजों के लिए अस्थाई मेक-शिफ्ट अस्पतालों का निर्माण करना होगा. ताकि उनकी देखभाल की जा सके.
केंद्र सरकार की ओर से कहा गया कि संकट की इस घड़ी में मरीजों की देखभाल में जुटे स्वास्थ्य कर्मियों की देखभाल करने की जरूरत है. सरकार की ओर से पूरी निष्ठा के साथ संरक्षण की कोशिशें की जा रही हैं.
आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों में भारत में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़े हैं. पिछले तीन-चार दिन में तो रोज 8 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं, जबकि गुरुवार को 9 हजार से अधिक केस रिपोर्ट हुए. गुरुवार सुबह तक देश में कोरोना वायरस के कुल केस की संख्या 2.17 लाख तक पहुंच गई, जबकि मरने वालों का आंकड़ा 6 हजार का आंकड़ा पार कर गया.
मजदूरों के वेतन मामले में SC की सख्ती
आपको बता दें कि गुरुवार को ही सुप्रीम कोर्ट में लॉकडाउन के दौरान मजदूरों के वेतन को लेकर सुनवाई हुई. सरकार की ओर से अदलत में इस मामले में कहा गया है कि ये कंपनी और मजदूरों के बीच का मामला है, ऐसे में वो इसमें दखल नहीं देंगे. अब इस मसले पर अदालत की ओर से 12 जून को फैसला सुनाया जाएगा.
अदालत ने सुनवाई के दौरान सख्ती बरती और पूछा कि आप एक ओर तो ये दावा कर रहे हैं कि आपने कामगारों की जेब में पैसे डाले हैं. वो 20 हजार करोड़ रुपए आखिर कहां गए?