इंदौर. जिला प्रशासन द्वारा शहर में सब्जी और फल विक्रय की छूट दिए जाने के बाद अब नगर निगम ने सब्जी और फ्रूट बास्केट के ऑर्डर लेना बंद कर दिया है। इस व्यवस्था के प्रभारी और निगम के अपर आयुक्त श्रृंगार श्रीवास्तव ने बताया कि सब्जियों फलों के लिए शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बनाए गए सेंटर भी बंद कर दिए गए हैं। क्योंकि अब इनकी जरूरत नहीं है। सिर्फ फल सब्जी विक्रेताओं के लिए इनमें से कुछ केंद्रों को क्रय विक्रय के लिए चालू रखा गया है। यहां किसानों से आने वाली सब्जी और फलों को ये खेरची विक्रेता खरीद सकते हैं।
कोरोनवायरस से बचाव के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान लोगों को सब्जियां नहीं मिलने से काफी परेशानी हो रही थी। इसे देखते हुए नगर निगम ने घर-घर सब्जियों को पहुंचाने की व्यवस्था शुरू की थी। 150 रुपए की कीमत का पैकेट लोगों के घर पहुंचाया जा रहा था। बाद में 100 रुपए और 250 रुपए कीमत के फलों का पैकेट भी इस व्यवस्था में शामिल किया गया था। प्रतिदिन हजारों की संख्या में लाेगों द्वारा फल और सब्जियों के ऑर्डर नगर निगम को मिलते थे। निगम के अलावा कोई अन्य व्यक्ति फल और सब्जियां बेचते पाया जाता था तो उसे अवैध मानकर जब्त कर लिया जाता था।
अनलॉक-1 के शुरू होते ही प्रशासन ने शहर में फल और सब्जियों की बिक्री करने की छूट प्रदान की जिसके चलते नगर निगम को फल और सब्जियों की होम डिलिवरी के ऑर्डरों की संख्या में तेज गिरावट आई। चूंकि अब आमजन को फल और सब्जियां आसानी से उपलब्ध है। नगर निगम द्वारा यह व्यवस्था बंद करने का निर्णय लिया गया है।
सैनिटाइजेशन में लगे निगम के टैंकर वापस पहुंचे वर्कशॉप
सैनिटाइजेशन में लगे नगर निगम के टैंकर वापस वर्कशॉप पहुंचा दिए गए हैं। इसके साथ ही ड्रेनेज सफाई की व्यवस्था भी शुरू हो गई है। शहर में किए जा रहे सैनिटाइजेशन में प्रेशर से ड्रेनेज को साफ करने वाले टैंकरों को भी इस्तेमाल में लिया जा रहा था। हाल में हुई जनप्रतिनिधियों की बैठक के बाद इन टैंकरों को वापस मूल काम के लिए लौटाए जाने की मांग होने लगी थी। पूर्व पार्षदों ने सवाल उठाए थे कि इन टैंकरों के नहीं होने से ड्रेनेज सफाई नहीं हो पा रही है।