ग्वालियर। कोरोना संक्रमण के दौर में सैनिटाइजर के अधिक उपयोग से त्वचा रोग की शिकायत लेकर सैकड़ों लोग डॉक्टरों के पास पहुंच रहे हैं। लोग घर में रहने के बावजूद दिन में दस से पन्द्रह बार कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सैनिटाइजर से हाथ साफ कर रहे हैं। ऐसे में त्वचा में जलन सहित अन्य समस्याएं होने लगी हैं। दो महीने से लगातार सैनिटाइजर का उपयोग कर रहे लोगों को अब डॉक्टर भी साबुन से हाथ धोने की सलाह दे रहे हैं।
मार्च के पहले तक सिर्फ डॉक्टर या मेडिकल संचालक व पैरामेडिकल स्टॉफ ही सेनेटाइजर का उपयोग करते दिखते थे, लेकिन कोरोना संक्रमण में अल्कोहल बेस्ड सेनेटाइजर का उपयोग लगातार लोगों द्वारा किए जाने के कारण त्वचा संबंधी समस्याएं सामने आने लगी हैं। कोरोना संक्रमण काल में लोग घरों में ही नहीं बल्कि घरों से बाहर काम पर जाने के दौरान दिन भर संक्रमण से बचाव के लिए अल्कोहल बेस्ड सेनेटाइजर का उपयोग कर त्चचा संबंधी रोग से पीडि़त होकर चिकित्सकों के पास पहुंच रहे हैं।
बच्चों व महिलाओं पर सबसे अधिक प्रभाव
जेएएच में एसोसिऐट प्रोफेसर व डर्मीटोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ.अनुभव गर्ग ने बताया कि पुरुषों के मुकाबले बच्चों व महिलाओं की त्वचा अधिक नर्म होती है, इस कारण उनमें सेनेटाइजर से त्वचा संबंधी समस्या के मामले अधिक सामने आ रहे हैं। सेनेटाइजर के उपयोग से त्वचा खुरदरी होने के साथ ही त्वचा में जलन होने पर बचाव के लिए सेनेटाइजर के कुछ देर बाद हथेली पर क्रीम जरूर लगाएं, जिससे त्वचा कोमल बनी रहेगी।
हथेली पर ही करें सेनेटाइजर का उपयोग
डॉ. गर्ग ने बताया कि सेनेटाइजर में अल्कोहल की मात्रा साठ से सत्तर प्रतिशत तक होती है। औेर लोग नामासमझी के कारण हथेलियों के अलावा कोहनी तक सेनेटाइजर का उपयोग कर रहे हैं, यह गलत है। सेनेटाइजर का उपयोग सीमित मात्रा में ही करना है। सेनेटाइजर का उपयोग हथेली के अलावा चेहरे व शरीर पर कतई नहीं करें, ऐसा करने से त्वचा खुरदरी होने के साथ ही शरीर मेंचिकत्ते होने के साथ खुजली की समस्या हो सकती है।