भोपाल। मध्यप्रदेश के उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी के लिए हार का खतरा बढ़ गया है। जिस प्रशांत किशोर के सहारे कांग्रेस पार्टी अपने सफलतम चुनाव प्रचार अभियान का भरोसा किए बैठी थी, उस प्रशांत किशोर ने कांग्रेस पार्टी के लिए काम करने से मना कर दिया है। प्रशांत किशोर ना केवल कांग्रेस हाईकमान बल्कि कमलनाथ से भी नाराज है।
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कांग्रेस पार्टी का ऑफर ठुकरा दिया है। कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने बीते दिनों कहा था कि उपचुनाव के लिए पार्टी प्रशांत किशोर से बातचीत कर रही है। किशोर ने कांग्रेस के इस ऑफर को दोटूक लहजे में ठुकराते हुए कहा है कि वह कांग्रेस पार्टी के लिए यह काम नहीं कर सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, किशोर ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और कैप्टन अमरिंदर सिंह चौहान के कहने पर उन्होंने पार्टी के लिए पहले अपनी सेवाएं दी थीं। पंजाब और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के दौरान उन्होंने कांग्रेस की चुनावी रणनीति बनाने में मदद की थी लेकिन उपचुनावों को लेकर दिया गया यह ऑफर उन्हें मंजूर नहीं है। वे इस तरह टुकड़ों-टुकड़ों में काम नहीं कर सकते हैं।