निसर्ग का असर; प्रदेश के अधिकांश जिलों में रुक-रुककर बारिश हो रही, दोपहर बाद तेज हवाओं के साथ झमाझम के आसार

Posted By: Himmat Jaithwar
6/4/2020

भोपाल. निसर्ग तूफान का असर पूरे प्रदेश पर नजर आ रहा है। अधिकांश जिलों में बुधवार रात से तेज हवाओं के साथ रुक-रुककर बारिश का सिलसिला जारी है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला का कहना है कि तूफान के साथ वेस्टर्न डिस्टरबेंस भी असर दिखा रहा है। इसलिए गुरुवार को भोपाल, इंदौर, होशंगाबाद, जबलपुर और सागर संभागों में बारिश हो रही है। कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। मौसम केंद्र ने भोपाल में बारिश का यलो अलर्ट, जबकि 18 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार रात से गुरुवार सुबह 8 बजे तक खंडवा 132.0, खरगौन 66.5, धार 21.6, बड़वानी 97.0, शाजापुर 18.0, इंदौर 51.7, बुरहानपुर 50, छिंदवाड़ा 28.0, भोपाल 23.0, होशंगाबाद 40.2, बैतूल 25.6, सतना 26.4, रीवा 8.2, सीधी 2.0, जबलपुर 19.9, सागर 15.3, रायसेन 16.4, दमोह 22.0, उज्जैन 13.0, उमरिया 9.4, मंडला 43.0, नरसिंहपुर 39.0, सिवनी में 13.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।

इंदौर में आज चार इंच पानी बरसने का अनुमान
निसर्ग तूफान का असर शहर में शुरू हो चुका है। बुधवार शाम तेज हवाओं के बाद रात से बारिश शुरू हुई बारिश का सिलसिला आज भी जारी है। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को दिनभर में 10 सेमी (लगभग 4 इंच) पानी बरस सकता है। बिजली गिरने का खतरा भी बहुत ज्यादा रहेगा। हवा भी 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। इंदौर के साथ-साथ उज्जैन में भी इस तूफान का असर रहेगा। जिला प्रशासन ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है। 

8 साल बाद इतनी जल्द प्री-मानसून गतिविधि
2012 में मानसून 3 जून को ही सेट हो गया था। मई खत्म होने तक 5 इंच पानी गिर चुका था। लिहाजा मानसून घोषित करना पड़ा था। 8 साल बाद अब ऐसा अवसर आया है, जब जून के पहले दिन से ही प्री-मानसूनी गतिविधि शुरू हो गई। लेकिन सक्रिय मानसून 22 जून तक आएगा।

40 साल बाद दिखेगा तूफान का ऐसा असर
मौसम विशेषज्ञ अजय कुमार शुक्ला के मुताबिक 1980 में इस तरह का तूफान आया था। महाराष्ट्र में टकराने के बाद इंदौर, भोपाल, जबलपुर पर इसका असर हुआ था। हालांकि 2008-09, 2016-17 में भी गुजरात की तरफ से तूफान आने की चेतावनी जारी की गई थी, लेकिन इसके भटक जाने की वजह इंदौर, भोपाल बेअसर रहे।

जून की बारिश का आधा कोटा पूरा हो सकता है
जून में औसत बारिश के 7 दिन माने जाते हैं। कुल 6 इंच बारिश इस महीने में होती है। गुरुवार को लगातार बारिश हुई तो आधा कोटा एक ही दिन में पूरा हो जाएगा। इसके बाद भी प्री-मानसून सक्रिय रहेगा। पिछले साल कुल 53 इंच पानी गिरा, लेकिन जून में 5 इंच ही बारिश हुई थी।

ग्वालियर- चंबल संभाग में बारिश शुरू 
तूफान के असर से ग्वालियर चंबल संभाग में देर रात से बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। इसके आज दिन में और ज्यादा जोर पकड़ने के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार खंडवा के रास्ते बुधवार रात से पश्चिमी मप्र में सिस्टम सक्रिय हो गया है।  जिससे सीजन की पहली तेज प्री-मानसून बारिश हो गई है। गुरुवार को 40-50 मिमी बारिश होने की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के असर से पश्चिमी राजस्थान के ऊपर चक्रवाती घेरा बना हुआ है। अरब सागर से आने वाले सिस्टम से यदि चक्रवाती घेरे का मिलाप होता है तो शुक्रवार को भी बारिश होगी।

इन जिलों में होगी भारी बारिश
मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार रायसेन, सीहोर, होशंगाबाद, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, देवास, छिंदवाड़ा, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और शाजापुर जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है। इसके साथ ही भोपाल, इंदौर, जबलपुर, सागर, उज्जैन, ग्वालियर, रीवा, शहडोल और चंबल संभागों में तेज हवा के साथ-साथ गरज चमक के साथ बारिश होगी।

इंदौर और उज्जैन में अलर्ट
 इंदौर संभाग के कमिश्नर आकाश त्रिपाठी की तरफ से जारी अलर्ट में कहा गया है कि महाराष्ट्र और गुजरात की ओर टकराने वाले निसर्ग तूफान का असर इंदौर और उज्जैन संभाग पर भी रहेगा। 50 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, गरज-चमक के साथ बिजली गिरने और भारी बारिश की संभावना है। कहीं-कहीं पर वर्षा 10-12 सेमी से भी ज्यादा होना की संभावाना है। वहीं, मालवा-निमाड़ के कई जिलों में भारी बारिश हुई भी है। साथ ही पूरे एमपी में आसमान में बादल छाए हुए हैं। मंडियों में गेहूं और चना खुले में रखा हुआ है। शासन ने अधिकारियों से इसे तिरपाल से ढकने और वेयर हाउस में शिफ्ट करने को कहा है।



Log In Your Account