रतलाम, (तेज़ इंडिया टीवी )। शहर में स्वच्छता अभियान के नाम पर लाखों रुपए के बंदरबांट का खेल बदस्तूर जारी है। शहर की मुख्य सड़कों पर सफाई दिखाकर रहवासी क्षेत्रों में गंदगी से जिम्मेदार नजरे चुरा रहे हैं। दिखावे के अभियान के बीच भ्रष्टाचार की रंगाई पुताई का खेल भी बदस्तूर जारी है जिसमें वर्ष 2022 में किए गए कामों को 2023 के नाम पर बदला जाने लगा है।
कलाकारों के हाथों की कला हर किसी का दिल जीत लेती है लेकिन यही कला रतलाम में भ्रष्टाचार की कलाकारी करती नजर आ रही है। वर्ष 2022 में हुए कामों के दौरान दीवारों पर लिखे 2022 को आखरी दो को 3 में तब्दील किया जा रहा है। भ्रष्टाचार की है कलाकारी शहर में एक स्थान पर नहीं बल्कि कई स्थानों पर देखी जा सकती है जिससे आप आसानी से पकड़ सकते हैं कि यह काम वर्ष 2022 में हुआ या 2023 में।
शहर में स्वच्छता का अलख जगाने के लिए हर बार की तरह गिने-चुने एनजीओ को यह काम दिया गया है और स्वच्छता की अलग जगाने के नाम पर उनके माध्यम से भी भ्रष्टाचार की बंदरबांट हो रही है। नगर निगम में सालों से बैठे नाकारा अधिकारी और कर्मचारी भ्रष्टाचार को शह देने में लगे हैं। कोई सही व्यक्ति यह काम करें तो उसके काम अटका दिए जाते हैं।
भ्रष्टाचार की बात यहीं नहीं थमी है यदि बात करें तो नगर निगम में बीते कुछ दिनों में कई लोगों की अस्थाई तौर पर भर्ती हुई है, उनमें से कई लोग सिर्फ कागजों पर हैं हकीकत में नहीं, यह बात हम नहीं बल्कि नगर निगम में चल रही आपसी काना फूसी में सामने आ रही है। जो गलतियां हुई है वह भी सिर्फ यहां काम करने वाले या फिर जनप्रतिनिधियों से जुड़े लोगों की होना बताई जा रही है।