जिनके पैसों से हुआ आयोजन मंच से उन्हें ही करा रहे थे चुप..... यह कैसी राजनीति
रतलाम। शहर में रतलाम स्थापना दिवस के अवसर पर बीती रात कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। इस दौरान मंच भी सजाया गया और उसके माध्यम से कुछ लोगों का सम्मान भी किया गया। कवी सम्मेलन में विधायक जी के विकास की गाथाए गाने और उनका महिमा मंडप करने लगे । कवि सम्मेलन सुनने आए लोगों को जब भाषण सुनाई देने लगे तो कुछ लोगों ने इसका विरोध किया इस पर संचालन कर रहे मुन्ना लाल शर्मा द्वारा शहर की जनता को चुप रहने या फिर कार्यक्रम से चले जाने तक की नसीहत दे दी। जब लोगों ने शोर मचाया तो तो विधायक बोले कि मुन्नालाल इनके मुंह मत लगो ।
मंच के सामने बैठे लोगों में से जब कुछ लोगों ने इस बात पर आपत्ति ली तो तो आयोजन समिति के सदस्य शर्मा द्वारा उन्हें जाने की नसीहत दे दी गई। इस पर जब लोग भड़के तो मंच पर बैठे विधायक चेतन कश्यप ने शर्मा को चुप कराते हुए कहना पड़ा कि इनके मुंह मत लगो लेकिन संचालक महोदय अपनी बात कहते चले गए। कार्यक्रम में शामिल लोगों का कहना था कि जनता के पैसों से हुए आयोजन में उन्हें भी चुप कराया जा रहा था। वह यहां पर जनप्रतिनिधियों की तारीफ सुनने नहीं आए थे बल्कि कवि सम्मेलन का आनंद लेने आए थे।
दरअसल स्थापना दिवस का समारोह अपने तय समय से काफी देरी से शुरू हुआ और उसके बाद संचालक द्वारा मंच से दिए जा रहे लंबे भाषण से आमजन में शामिल कुछ लोग नाराज हो गए। लोगों का सीधे तौर पर कहना था कि कार्यक्रम शुरू करें भाषण नहीं, इस बात से नाराज है संचालक मुन्ना लाल शर्मा ने कहा कि आपको नहीं सुनना तो आप यहां से चले जाएं। आमजन के अपमान को लेकर कुछ अन्य लोगों ने भी आपत्ति जताई जिसके बाद मुन्ना लाल शर्मा को अपनी गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने रतलाम की जनता से फिर माफी ।