कैलिफोर्निया. फेसबुक कर्मचारियों अपने ही सीईओ और फेसबुक संस्थापक मार्क जुकरबर्ग के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के तीन बड़े अधिकारी भी इसमें शामिल हैं। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अमेरिकी प्रदर्शनकारियों पर आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने पर फेसबुक द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से कर्मचारी नाराज हैं।
बता दें कि ट्रंप ने अपने ट्विटर और फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए अमेरिकी प्रदर्शनकारियों को ठग बताया। उनकी इस पोस्ट से फेसबुक कर्मचारी नाराज हुए। ऐसे में जब जुकरबर्ग ने कोई एक्शन नहीं लिया तो कर्मचारियों ने उनके खिलाफ ही ट्विटर पर पोस्ट करना शुरू कर दिया।
फेसबुक, अल्फाबेट गूगल और अमेजन जैसी कंपनियों के कई कर्मचारियों ने सक्रिय रूप से सोशल जस्टिस के मुद्दों को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कई बार कंपनी मालिकों से एक्शन लेने और पॉलिसी चेंज करने का आग्रह भी किया है।
ट्विटर पर जुकरबर्ग के खिलाफ पोस्ट
रिपोर्ट के मुताबिक जुकरबर्ग की आलोचना करने वालों में कंपनी के जो बड़े अधिकारी भी शामिल हैं, उनमें फेसबुक न्यूज फीड के प्रोडक्ट डिजाइन डायरेक्टर रायन फ्रेटास ने लिखा, "मार्क गलत हैं और मैं उनका मन बदलने के लिए जोरदार तरीके से प्रयास करूंगा।"
फेसबुक में प्रोडक्ट मैनेजमेंट के डायरेक्टर जेसन टॉफ ने लिखा, "मैं फेसबुक के लिए काम करता हूं और मुझे बिल्कुल भी गर्व नहीं है कि हम कैसे चीजों को दिखा रहे हैं। अधिकांश सहकर्मियों से मैंने बात की, वो भी ऐसा ही महसूस करते हैं। हम उन्हें सुनाने के लिए अपनी आवाज उठा रहे हैं।
वहीं, फेसबुक के प्रवक्ता एंडी स्टोन ने लिखा, "हम यह देख सकते हैं कि हमारे कई लोग इस दर्द को महसूस कर रहे हैं, खासकर हमारे अश्वेत समुदाय के लोग।"
ट्विटर ने ट्रंप के ट्वीट पर वॉर्निंग लेबल लगाया
इधर, ट्विटर ने डोनाल्ड ट्रंप पर कार्रवाई करते हुए उनके उस ट्वीट पर वॉर्निंग लेबल लगाया, जिसमें उन्होंने प्रदर्शनकारियों की बात करते हुए लिखा था, "जब लूटना शुरू हुआ तो गोलीबारी शुरू हो गई।" इस बारे में ट्विटर ने कहा कि यह ट्वीट हिंसा को बढ़ावा देता है और हमारे नियमों के खिलाफ है।
फेसबुक सच्चाई की मध्यस्थता नहीं करती: जुकरबर्ग
एक इंटरव्यू में मार्क जुकरबर्ग ने कहा था कि मेरा दृढ़ता से ऐसा मानना है कि फेसबुक सच की मध्यस्थता नहीं करता है, जो बातें लोग ऑनलाइन कहते हैं। प्राइवेट कंपनियों को शायद नहीं होना चाहिए। खासतौर पर इस तरह के प्लेटफॉर्म कंपनियां, यह ऐसा करने की स्थिति में नहीं होनी चाहिए।