रतलाम। चीन से दवाई के नाम पर पेस्टीसाइड मंगवाने के मामले में राजस्व खुफिया निदेशालय ने सूरत (गुजरात) के दो व्यापारियों को गिरफ्तार किया है। वहीं रतलाम के एक व्यापारी जो कि भाजपा का कार्यकर्ता भी है, उसे भी पूछताछ के लिए मुंबई ले जाना बताया गया हैं। टीम ने रतलाम में व्यापारी के घर और दुकान की तलाशी भी ली है। दरअसल यह पूरा मामला 300 करोड़ की पेस्टीसाइड खरीद का है।
डीआरआई ने मुंबई के पोर्ट से सूरत के दो व्यापारियों सुरेश विठ्ठल वसोया (36) और राजेश श्यामजी वसोया (42) को गिरफ्तार किया है। इस पेस्टिसाइड की खरीदी करने वाले व्यापारियों से भी पूछताछ की जा रही है। इसके चलते गायत्री टॉकीज रोड रतलाम से पेस्टीसाइड व्यापारी प्रवीण पाटीदार को पूछताछ के लिए मुंबई ले जाना बताया गया है।
पाटीदार के बरबड़ रोड स्थित घर और दुकान की भी तलाशी ली गई। डीआरआई की रतलाम और सूरत में हुई जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी ने अब तक 300 टन पेस्टीसाइड का ऑर्डर दिया था। इसमें 31 फीसदी ड्यूटी बचाने के लिए कागज पर मेडिकल दवाई दिखाई गई। वहीं कीमत भी 90 फीसदी कम दिखाकर अंडर वैल्युएशन भी किया गया।
बताया जा रहा है कि सुरेश के घर से 70 लाख भी नकद मिले हैं। यह रुपए उनके रिश्तेदार राजेश द्वारा देने की बात सामने आई है। जांच में यह भी पता चलने की बात सामने आई है कि तस्करी के जरिए जो कीटनाशक खरीदे जा रहे थे, उन्हें सूरत और देश के अलग-अलग राज्यों में भेजा जा रहा था। इन सामानों का भुगतान हवाला के जरिए किया जा रहा था।
अफसरों का कहना है कि अब तक जितने माल का आयात हुआ है, उस पर अगर ड्यूटी (टैक्स) दी जाती तो सरकार को करीब 100 करोड़ की कमाई होती। इस मामले की रतलाम में न तो पुलिस को जानकारी है और न कृषि विभाग को।