केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने पाकिस्तान पर टिड्डियों पर नियंत्रण का कोई प्रयास नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वह टिड्डियों को नियंत्रण करने में नाकाम रहा हैं और जानबूझकर टिड्डियों की समस्या को बढ़ावा देने में लगा हुआ हैं।
चौधरी ने मीडिया से कहा कि पाकिस्तान में टिड्डियों की समस्या को लेकर भारत ने पाकिस्तान को टिड्डियों के नियंत्रण के लिए मेनपॉवर, तकनीकी उपकरण एवं कीटनाशक मुहैया कराने की पेशकश की थी। टिड्डियों को नष्ट करने के लिए और भी अन्य मदद मुहैया कराने का ऑफर दिया गया था लेकिन पाकिस्तान ने तो इस संबंध में कोई जवाब नहीं दिया और न ही टिड्डियों के संबंध में कोई सूचना साझा की। इससे साफ जाहिर हो रहा हैं कि पाकिस्तान जानबूझकर टिड्डियों की समस्या को बढ़ावा देने में लगा हुआ हैं जबकि टिड्डियों को नष्ट करने के लिए भारत ने ईरान से भी पेशकश की थी। इस पर ईरान ने अपने पास कीटनाशक कमी होने की बात कही थी। अब भारत ईरान को बीस हजार लीटर पेस्टीसाईड्स मुहैया करवा रहा हैं।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सीमा से लगातार टिड्डियां राजस्थान के सीमावर्ती जिलो में प्रवेश कर रही हैं। पाकिस्तान पूरी तरह टिड्डियों को नियंत्रण करने में विफल रहा हैं। पाकिस्तान के पास संसाधनों की कमी हैं, उसके पास मात्र टिड्डी नियंत्रण के लिए 10 मशीनें ही हैं, ऐसे में भारत सरकार द्वारा उसे टिड्डी नियंत्रण में मदद देने की पेशकश की थी, ताकि टिड्डियों को वही पाकिस्तान में खत्म किया जा सके। लेकिन अफसोस हैं कि पाकिस्तान ने अभी तक इस संबंध में कोई जवाब नहीं दिया और न ही टिड्डी के संबंध में कोई जानकारी साझा कर रहा हैं।
उन्होने बताया कि टिड्डियों के संबंध में एफ.ओ.यू से जुड़े ईरान, पाकिस्तान, अफगानिस्तान से जुड़े हर सोमवार को टिड्डियों की स्थिति के संबंध में ऑनलाइन बैठक होती हैं लेकिन पाकिस्तान इस बैठक में कोई जानकारी एवं समस्या नहीं बताता। पाकिस्तान को मदद मुहैया कराने के ऑफर के साथ ईरान को भी टिड्डियां नष्ट करने की पेशकश की गई थी। इस पर ईरान ने अपने पास पेस्टीसाईड की कमी होने की बात जाहिर की थी तथा भारत से कीटनाशक मांगा था। इस पर भारत ने ईरान को बीस हजार लीटर पेस्टीसाईड भिजवाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की लापरवाही के कारण भारत में टिड्डी की समस्या बढ़ती जा रही हैं लेकिन केन्द्र सरकार का टिड्डी नियंत्रण महकमा हरसंभव उस पर नियंत्रण की कोशिश कर रहा हैं। भारत ने टिड्डियों को नष्ट करने के लिये ड्रोन के टेंडर कर दिये हैं। ब्रिटेन से भी हेलिकॉप्टर की डील हुई थी इस संबंध में यह हेलिकॉप्टर भारत में पहुंचने वाले हैं संभवत: इस सप्ताह में इन हेलिकॉप्टर एवं अन्य मशीनों के भारत आने की संभावना है। फिल्हाल हमनें भारत में एयरक्राफ्ट के जरिए भी टिड्डियों को नष्ट करने की योजना का निर्णय लिया गया है। कई नई मशीनें खरीदी जा रही है। ट्रेक्टर माउंटेन स्प्रेयर लिये जा रहे है। अतिरिक्त कीटनाशक के भण्डारण किए जा रहे है।