रतलाम। रतलाम में s नाम ने काफी तरक्की की और S की वजह से रतलाम का नाम देश विदेशो तक प्रसिद्ध हुआ है। सेव सोना और साड़ी ने रतलाम को पहचान दी तो सट्टे ने रतलाम के नाम को कलंकित कर दिया। रतलाम के माथे पर लगा यह कलंक कोई भी जिम्मेदार असफर नही मिटा पाया। सट्टे के कारोबार का सामना रतलाम के सिंघम रहे एसपी गौरव तिवारी को भी करना पड़ा था एस पी गौरव तिवारी सड़क पर उतरे तो लोगो ने उन्हें घेर लिया और शहर में चल रहे सट्टे का जिम्मेदार पुलिस को ठहराते हुए उनपर बरस पड़े थे । एस पी रहे गौरव तिवारी ने सट्टा कारोबारियों को रातोरात नस्ता नाबूत कर दिया था। सट्टा कारोबारियों में एस पी का इतना खोफ था कि खाईवाल चौराहे पर भी नही दिखते थे लेकिन अब एक बार फिर शहर के चौराहे पर सट्टा मंडिया सजने लगीं है। चोरी छिपे सट्टा का कारोबार आजकल खुल्ले आम संचालित हो रहा है। ओपल क्लोज के नाम से चर्चित इस खेल में अब सबकुछ ओपन हो रहा है। तेज़ इंडिया टीवी ने इस खेल को अपने कैमरे में कैद किया तो पता चला कि
एक ही स्थान पर 4 से 5 अलग-अलग टेबल के माध्यम से सट्टे का कारोबार किया जा रहा है गौर करने वाली बात यह है कि थाने के चंद कदमों की दूरी पर इतने बड़े पैमाने पर सट्टा चल रहा है और पुलिस को खबर तक नही गली गली घूमने वाली चिता भी शायद इस जगह से बिल्ली की तरह दुम दबाकर बिना सायरन बजाए निकल जाती है।