भाजपा की सरकार होने के बाद भी अब तक खाली पड़ा है अध्यक्ष का पद, अप्रत्यक्ष रूप से कॉलोनाइजरो को मिल रहा लाभ
रतलाम (तेज़ इंडिया टीवी )। विकास प्राधिकरण के गठन के बाद शहर के जरूरतमंद लोगों को लगा था कि सस्ती दर पर अच्छी कॉलोनियों में उन्हे अपने घर का सपना पूरा करने के लिए प्लाट मिल सकेंगे लेकिन शुरुआती दौर में प्राधिकरण द्वारा विकसित की गई कॉलोनियों के अतिरिक्त बीते 8 साल में प्राधिकरण एक भी कॉलोनी विकसित नहीं कर सका है। इसे राजनीतिक षड्यंत्र कहे या कॉलोनाइजर से सांठगांठ जिसके चलते सत्ता में बैठे दल को बीते 8 वर्षों में प्राधिकरण के लिए कोई योग्य अध्यक्ष नहीं मिल सका है।
रतलाम के विकास की जब भी बात आती है तो विकास प्राधिकरण का नाम गुम हो जाता है। आईडीए के गठन के बाद पहली बार विष्णु त्रिपाठी अध्यक्ष के पद पर बैठे थे। उसके बाद उनका कार्यकाल क्या पूरा हुआ, पार्टी को सत्ता में लौटने के बाद भी उन्हें इस कुर्सी को संभालने के लिए कोई योग्य व्यक्ति नहीं मिला। सत्ता में होने के बाद भी आमजन के लिए बेहतर कॉलोनी विकसित करने में आरडीए को कोई रुचि नहीं है।
रतलाम विकास प्राधिकरण के गठन के बाद शहर में माही विहार, परशुराम विहार, योगी विहार, कालिका विहार नाम की कॉलोनी विकसित की गई। उक्त कॉलोनियों के बनने से शहरवासियों को सस्ती दर पर अच्छे प्लाट मिलने का सपना पूरा होने लगा था लेकिन अध्यक्ष का कार्यकाल खत्म क्या हुआ मानो रतलाम विकास प्राधिकरण पर ग्रहण लग गया। अब तो यहां काम करने वाले भी गिनती के कर्मचारी बचे।
वहीं दूसरी ओर इस मामले में जब सत्ता दल के पार्टी जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिंह लुनेरा से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि हमने नाम पहुंचा दिए है रतलाम विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष क्यों नहीं बनाए इसके लिए हम सीएम से चर्चा करेंगे जल्द ही रतलाम विकास प्राधिकरण के नए अध्यक्ष का नाम सामने आएगा और आमजन के हितों को ध्यान रखते हुए नई कॉलोनी और विकास के नए कार्य शुरू होंगे लेकिन यह काम कब से होगा यह बताने में वह भी असहज नजर आए।
रतलाम विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष को लेकर पारस सकलेचा ने कहा कि यह भाजपा के अंतर्कलह का परिणाम है जिन्हे शहर विधायक अध्यक्ष बनाना चाहते हैं उनको ऊपर वाले नहीं बनाना चाहते और जिनको ऊपरवाले बनाना चाहते हैं उन्हें विधायक जी बनाना नही चाहते है पार्टी की अंतर्कलह का परिणाम रतलाम की जनता को भुगतना पड़ रहा है। विधायक से साथ में जो माफिया लोग लगे है ये लोग भी इसमें रूचि लेकर विधायक के कंधे बन्दुक रखकर रतलाम विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष बनने नहीं देना चाहते है। रियलसेटड के माफिया विधायक पर हावी है ।