पुलिस, प्रशासन और नगर निगम की टीम ने शहर के प्रमुख बाजारों में भ्रमण कर कहीं कार्रवाई की तो कहीं दी समझाइश
रतलाम। शहर की बिगड़ी हुई यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने स्वयं ही मोर्चा संभाल लिया है। लगातार निर्देशों के बाद भी जब निचले अमले ने ठीक से काम नहीं किया तो कलेक्टर को स्वयं ही मैदान में आना पड़ा। कलेक्टर के साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील पाटीदार और नगर निगम की पूरी टीम भी मौजूद रही।
कलेक्टर की मौजूदगी में शाम करीब 5:00 बजे पुलिस, प्रशासन व नगर निगम का अमला एक साथ बाजार में पहुंचा। शहर के कॉलेज रोड से शुरू हुई मुहिम माणक चौक होते हुए सर्राफा बाजार में जा पहुंची। कलेक्टर के मैदान में होने की सूचना पर बाजार में सड़क तक अतिक्रमण करके पसरे हुए व्यापारियों में हड़कंप मच गया। कलेक्टर टीम के पहुंचने के पहले लोग स्वयं अपना सामान हटाते नजर आए तो कुछ स्थानों पर चालानी कार्रवाई भी की गई।
कलेक्टर ने स्वयं पैदल चलकर बाजार का मुआयना किया और नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी को फटकार भी लगाई। कलेक्टर ने निगम कर्मचारी को कहा कि आप अतिक्रमण क्यों नहीं हटाते हो क्या इन से पैसे ले लेते हो आप के कर्मचारी नकारा है। कलेक्टर ने जब यह शब्द कहे तो जिम्मेदार इधर-उधर ताकते नजर आए।
प्रशासन की यह मुहिम नाहरपुरा, डालू मोदी बाजार, माणक चौक, घास बाजार, कलाइगर रोड, संत रविदास चौक होते हुए चांदनी चौक जा पहुंची। कई स्थानों पर टीम के द्वारा समझाई देकर लोगों को दोबारा सड़क पर नहीं आने की हिदायत दी तो कुछ स्थानों पर दुकानों के बाहर सड़क पर अतिक्रमण करने और अस्त व्यस्त पार्किंग में वाहन खड़े करने वालों को समझाइश दी तो कई लोगों के चालान बनाए।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने कलाईगर रोड से हरमाला रोड की तरफ जाने वाले रास्ते में मकानों के बाहर बनी बाउंड्री वाल को हटाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने स्पॉट फाइन टीम से कहा कि रोड पर इस तरह दोबारा अतिक्रमण नहीं दिखना चाहिए, नहीं तो नौकरी से निकाल दूंगा। सड़क आवारा मवेशी नजर आने पर कलेक्टर ने नगर निगम आयुक्त को फटकार लगाई और कहा कि तुम्हारी व्यवस्था बहुत खराब है, कल से आवारा मवेशी के लिए मुहिम चलाई जाए। शहर की बिगड़ी हुई यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए कलेक्टर द्वारा चलाई गई मुहिम कितने दिन चलती है और कितनी कारगर साबित होती हैं, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।