जबलपुर। शनिवार दोपहर बाद से जबलपुर शहर की सभी मेडिकल स्टोर अचानक बंद हो गई। बाद में पता चला कि ड्रग इंस्पेक्टर राम लखन पटेल के खिलाफ हड़ताल कर दी गई है। आनन-फानन में कलेक्टर ने प्रतिवेदन बनाकर कमिश्नर को भेजा। कमिश्नर नेटवर्क इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया परंतु फिर भी दवा व्यवसायियों की स्ट्राइक जारी है। उनका कहना है कि ड्रग इंस्पेक्टर बहाल होकर फिर से वापस आ जाएगा, इसलिए हमें उसका ट्रांसफर ऑर्डर चाहिए।
जबलपुर में ड्रग इंस्पेक्टर के खिलाफ दवा कारोबारियों की हड़ताल
शनिवार दोपहर से ही जबलपुर शहर की सभी दुकानें बंद कर दी गई किसी के समझ नहीं आया कि आखिर दुकानें क्यों बंद की गई लेकिन देर शाम होते-होते इसकी तस्वीर साफ हो गई। दवा व्यवसायियों ने साफ तौर पर ऐलान कर दिया है कि जब तक ड्रग इंस्पेक्टर राम लखन पटेल को जिले से स्थानांतरित नहीं किया जाता तब तक वे दुकान नहीं खोलेंगे। बहरहाल दवा व्यापारियो की शिकायत के बाद कलेक्टर भरत यादव ने जांच प्रतिवेदन के आधार पर निलंबन की कार्रवाई सुनिश्चित करने एक प्रतिवेदन संभागायुक्त को भेजा था। जिस पर कार्रवाई करते हुए संभाग आयुक्त महेशचंद्र चैधरी ने ड्रग इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया है।
सस्पेंशन नही ड्रग इंस्पेक्टर का हो स्थानांतरण: ड्रग एसोसिएशन
लेकिन ड्रग एसोसिएशन जिला प्रशासन की इस कार्रवाई को नाकाफी मानता है। विरोध स्परूप शनिवार को भी जबलपुर मे दवा की रीटेल सहित होलसेल बाज़ार पूरी तरह से बंद रहे। किसी ने भी अपने प्रतिष्ठान को नहीं खोला और विरोध दर्ज कराया। कोरोना संकट के बीच आवश्यक वस्तुओं में शामिल दवा दुकानों के बंद हो जाने से शहर वासियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अब देखना होगा कि क्या जिला प्रशासन व्यवसायियों को मना पाता है या नहीं।