पटना. विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव लॉकडाउन के बीच मंगलवार सुबह दिल्ली से पटना लौट आए। वे कार से सड़क मार्ग के द्वारा पटना पहुंचे। 25 मार्च को लगाए गए लॉकडाउन से पहले तेजस्वी दिल्ली गए थे। अचानक लॉकडाउन की घोषणा के बाद वे दिल्ली में फंसे गए। विशेष परमिशन लेकर तेजस्वी 50 दिनों के बाद पटना लौटे हैं। बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार ने कहा- ट्वीट करके सरकार की आलोचना करने वाले तेजस्वी यादव को प्रवासियों की पीड़ा समझने के लिए क्वारैंटाइन सेंटर में जाना चाहिए और उनके साथ रहना चाहिए। तब यह पता चलेगा कि सरकार मजदूरों की मदद के लिए कितनी तत्पर है। ये तो कोविड-19 का मानक है कि आप होम क्वारैंटाइन में रहें या सेंटर में 21 दिन रहें।
जदयू ने पूछा-तेजस्वी बताएं किस जोन में थे
तेजस्वी के अचानक पटना लौटने पर राज्य के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा- "भ्रष्टचार के राजकुमार 50 दिन से ज्यादा गुजर जाने के बाद बगैर किसी को जानकारी दिए अचानक अवतरित हो गए। जब लौट कर आ रहे थे तब ट्वीट करके या फेसबुक लाइव के माध्यम से किसी को यह जानकारी क्यों नहीं दी कि हम पटना आ रहे हैं। तेजस्वी बताएं कि वे इतने दिनों तक कहां थे और किस जोन में थे। कोरोना एक वायरस है और यह तेजस्वी यादव के लिए भी महत्वपूर्ण है कि वे इसकी जानकारी दें। ये जानना बिहार की जनता के लिए आवश्यक है।"
तेजप्रताप बोले-अर्जुन आ गया, अब तेज होगी राजद की रणनीति
मंगलवार को तेजप्रताप अपनी मां राबड़ी देवी से मिलने 10, सर्कुलर रोड पहुंचे थे। यहां पता चला कि तेजस्वी दिल्ली से पटना लौट आए हैं। लेकिन, तेजस्वी आराम कर रहे थे और इसी के चलते दोनों भाइयों की मुलाकात नहीं हो सकी। मीडिया से बात करते हुए तेजप्रताप ने बताया- "इमरजेंसी पास लेकर तेजस्वी पटना लौटे हैं। अर्जुन (तेजस्वी) के लौटने से बल मिला है और अब राजद की रणनीति तेज होगी।"
इस सवाल पर कि विरोधी लगातार तेजस्वी पर हमला कर रहे थे, के जवाब में तेजप्रताप ने कहा- "जो हमला करेगा उसे सुदर्शन चक्र से रोक देंगे। तेजस्वी पर जब-जब हमला हुआ है मैंने उसे बचाया है और आगे भी बचाएंगे।" साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव पर तेजप्रताप ने कहा- "अभी चुनाव पर फोकस नहीं है। लोगों की जान बचाना जरूरी है। गरीबों के लिए लालू की रसोई चला रहे हैं। जब तक लॉकडाउन रहेगा तब तक रसोई चलाएंगे। उसके बाद भी गरीबों के लिए हमेशा काम करते रहेंगे।"
निशाने पर थे तेजस्वी
दिल्ली में रहने के चलते सत्ता पक्ष लगातार तेजस्वी पर हमले कर रहा था। जदयू और भाजपा नेताओं का कहना है कि जब-जब राज्य पर आपदा आती है तेजस्वी गायब हो जाते हैं। बाढ़ के वक्त भी तेजस्वी कहीं छिप गए थे। पिछले साल चमकी बुखार में भी तेजस्वी ने मुजफ्फरपुर जाकर गरीबों का हाल नहीं जाना। इस बार भी कोरोना का संकट आया तो तेजस्वी दिल्ली में जाकर बैठ गए और वहीं से ट्विटर गेम खेल रहे हैं।