बटालियन से पिस्टल चुराने वाले गिरफ्तार , कार बनी सुराग

Posted By: Himmat Jaithwar
10/31/2022

सख्त पहरे के बीच एसएएफ की 24वीं बटालियन से आरक्षक की पिस्टल, 35 कारतूस चुराने वाली गैंग धार जिले की निकली। 23 अक्टूबर की रात चोरी के बाद कार से ये वापस देवधा पहुंचे। वहां अगली सुबह दीपावली पर पटाखे की जगह चोरी की उसी पिस्टल से 3 हवाई फायर कर त्योहारी आतिशबाजी की।

इस बीच पुलिस ने त्योहार मनाने की बजाय दिन-रात एक करके सीसीटीवी फुटेज से सुराग जुटाए। इसमें इनकी कार दिखी जो मुख्य सुराग बनी। उससे पुलिस गांव गिरफ्तारी के लिए भारी बल के साथ पहुंची लेकिन वहां पता चला बदमाश फिर जावरा में डकैती डालने पहुंचे हैं। यहां कॉलेज मैदान से इन्हें गिरफ्तार कर लिया।

सीएसपी अभिषेक आनंद ने रविवार दोपहर वारदात का खुलासा किया। बताया कि भगतसिंह कॉलेज मैदान से 29-30 अक्टूबर की दरमियानी रात 2 बजे इस शातिर चोर गैंग में शामिल मुख्य आरोपी स्याही सिंह पिता मंगू मेहड़ा (22), उसका बड़ा भाई धूर सिंह (28), छोटा भाई धरू (19) व अन्य साथी लालू पिता इंदरसिंह मंडलोई (23) निवासी ग्राम झाई, मोहब्बत पिता गणेशिया वसुनिया (29) निवासी पिपलवा व कार ड्राइवर सचिन पिता अमरसिंह राठौर (30) निवासी जाजमखेड़ी सभी जिला धार को डकैती की साजिश रचते हुए गिरफ्तार किया। इनसे एक स्विफ्ट कार, एक 09 एमएम पिस्टल, 32 जिंदा कारतूस, एक लोहे की टामी, सब्बल, लट्‌ठ, प्लायर व धारदार छुरा व अन्य सामग्री जब्त की।

ये यहां चौपाटी क्षेत्र में पेट्रोल पंप पर डकैती की प्लानिंग कर रहे थे तभी पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ लिया। इन्होंने बताया जो पिस्टल जब्त हुई है वह स्याही सिंह ने ही धूर सिंह, लालू, सचिन तथा भरमा पिता अभयसिंह मेहड़ा निवासी देवधा, संतोष पिता गुमान मकवाना निवासी झाई के साथ मिलकर 23 अक्टूबर की रात बटालियन स्थित लक्ष्मणसिंह भूरिया के क्वार्टर से चोरी की थी। कार से ये गांव चले गए। जहां दीपावली पर 3 राउंड फायर किए। इसी पिस्टल व कारतूस के बल पर डकैती की साजिश करते हुए जावरा पहुंच गए। पिस्टल चोरी मामले में अभी दो आरोपी भरमा व संतोष गिरफ्त से दूर हैं।

2 आरोपी को जेल भेजा, 4 काे 3 दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू

सिटी थाना प्रभारी वीडी जोशी ने बताया रविवार को अाराेपियाें काे कोर्ट में पेश किया। जहां से मोहब्बत व धरू को जेल भेज दिया। स्याही, धूरसिंह, लालू व सचिन को 3 दिन के रिमांड पर लिया है। इनसे बाकी आरोपियों के बारे में तथा शहर में हुई अन्य चोरियों के बारे में पूछताछ की जा रही है। जो जेल गए उन्हें आईए थाना पुलिस प्रोटेक्शन वारंट पर रिमांड लेकर पूछताछ करेगी। आईए थाना प्रभारी प्रकाश गडरिया ने बताया कि इन्होंने आईए क्षेत्र में पहले कई चोरियां की है।

5 थाने, बटालियन के 56 अफसर-जवान भिड़े, तब हुई गिरफ्तारी

सिटी टीआई जोशी व आईए थाना प्रभारी गडरिया के नेतृत्व में बड़ावदा, कालूखेड़ा, पिपलौदा थाने व 24वीं बटालियन मिलाकर 56 पुलिस अफसर व आरक्षक दीपावली मनाए बगैर दिन-रात जुटे। किसी ने फुटेज खंगाले। किसी ने पुराने रिकाॅर्ड निकाले। कोई जेल से छूटे पुराने चोरों का हुलिया मिलान करने में लगा रहा तो साइबर सेल ने लोकेशन व अन्य डेटा जुटाया। सिटी, आईए के साथ ही पिपलौदा टीआई दीपक मंडलोई, एसआई विजयराव सेगोकर, के.के. सिंह, राजेश मालवीय, मुकेश सस्तिया, दिनेश राठौर, कुलदीप डाबी, एएसआई अरविंद भंवरेला, गलसिंह भवेल, दशरथ माली, यूनुस खान समेत 56 पुलिसकर्मी की टीम हैं, जिसे एसपी अभिषेक तिवारी ने पुरस्कृत करने की बात कही है।



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