प्रति-चक्रवात का असर, बढ़ी सिहरन, 0.9 डिग्री लुढ़का रात का पारा

Posted By: Himmat Jaithwar
10/28/2022

भोपाल । पश्चिमी मध्य प्रदेश में बने प्रति-चक्रवात के असर से हवाओं का रुख बार-बार बदल रहा है। इसके चलते तापमान में मामूली उतार-चढ़ाव का सिलसिला बना हुआ है। उधर, लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को मध्य प्रदेश में सबसे कम 12 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला में दर्ज किया गया। हिल स्टेशन पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान दूसरे दिन भी 11 डिग्री सेल्सियस पर बना रहा। राजधानी में न्यूनतम तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम रहा।


मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में बंगाल की खाड़ी अथवा अरब सागर में मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई भी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। उत्तर भारत के आसपास कोई पश्चिमी विक्षोभ भी मौजूद नहीं है। इस वजह से मौसम शुष्क बना हुआ है। आसमान भी साफ है, लेकिन पश्चिम मध्य प्रदेश पर पिछले तीन दिन से एक प्रति-चक्रवात बना हुआ है।

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि प्रति-चक्रवात के असर से हवाओं का रुख बार-बार बदल रहा है। साथ ही उत्तरी हवाओं के आने का सिलसिला लगभग थम गया है। इसके चलते मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में तापमान में मामूली घट-बढ़ का सिलसिला बना हुआ है। इसी क्रम में शुक्रवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। साथ ही यह गुरुवार के न्यूनतम तापमान 16.4 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 0.9 डिग्री सेल्सियस कम रहा। गुरुवार को शहर का अधिकतम तापमान 32.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक रहा था। वह बुधवार के अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले 0.4 डिग्री सेल्सियस कम रहा था। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।



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