भोपाल। नगरीय निकाय चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों के विरुद्ध काम करने वाले 44 कार्यकर्ताओं को प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अनुशासन समिति ने कारण बताओ नोटिस देने का निर्णय लिया है। रविवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में समिति अध्यक्ष पूर्व मंत्री भारत सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में कुल 88 प्रधानों पर विचार किया गया। इसमें छह पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को निष्कासित करने की अनुशंसा की गई है, जिस पर अंतिम निर्णय प्रदेश अध्यक्ष द्वारा लिया जाएगा। ट्रेन में महिला से बदसलूकी के आरोप में घिरे पार्टी विधायकों के विषय पर समिति की बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई।
प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने बताया कि समिति के समक्ष अनुशासनहीनता के जो प्रकरण रखे गए थे, उनमें अधिकांश नगरीय निकाय चुनाव से संबंधित थे। समिति ने उज्जैन जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष कमल पटेल, महिदपुर ब्लाक के अध्यक्ष गजराज सिंह पवार, हीरालाल आंजना, गोपी आंजना, विक्रम आंजना और आगर जिले के कार्यकर्ता दुर्गा लाल पालीवाल को पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ काम करने के मामले में निष्कासित करने की अनुशंसा की है। इसके साथ ही प्रदेश सचिव उमेश मंगल ग्वालियर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रंगनाथ तिवारी, युवा कांग्रेस के रौनक हुरकट, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष होशियार सिंह, ब्लाक अध्यक्ष अजय कटारे सहित अन्य को कारण बताओ नोटिस देने का निर्णय लिया है। कुछ मामलों में शिकायतों का सत्यापन करने का निर्णय लिया गया है। इसमें पूर्व विधायक अंतर सिंह आर्य द्वारा पार्टी प्रत्याशी के विरुद्ध कार्य करने से जुड़ी शिकायत भी है। शेखर ने बताया कि बैठक में ट्रेन में महिला से बदसलूकी के मामले में कोई विचार नहीं किया गया। पार्टी के विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा और सुनील सराफ ने अपना पक्ष स्पष्ट कर चुके हैं। उन्हें कोई नोटिस भी नहीं दिया गया है