राजग़ढ। पचोर शहर में रावण के पुतले के दहन के दौरान उस समय बड़ा हादसा होने से टल गया जब एक मानसिक रूप से विक्षिप्त जलते हुए रावण के पुतले के समीप जाकर बैठ गया। उसको बैठा देख तत्काल मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों व नगर परिषद के कर्मचारियों ने हटाया। इसके बाद युवक वहां से चला गया। इस घटनाक्रम के बाद पुलिस कर्मियाें व नगर परिषद कर्मियों की मुस्तैदी से वह युवक पूरी तरह सुरक्षित है।
जानकारी के मुताबिक रात के समय जिस दाैरान पुतला दहन का कार्यक्रम चल रहा था उसय समय वहां पर नगर परिषद के कर्मचारी डयूटी में तैनात थे। पुतले को वर्षा से बचाने के लिए पन्नी से ढकने से लेकर जलाने तक की व्यवस्था उन्ही के पास थी। ऐसे में जब जलाने का समय हुआ तो कर्मचारियों ने पुतले को आग लगा दी। कर्मचारियों की भीड़ के साथ ही मानसिक रूप से विक्षिप्त एक युवक भी वहां जा पहुंचा और पुतला जलने के दौरान चबूतरे पर जा बैठा। जिसे स्थानीय पुलिसकर्मियों व नप की टीम द्वारा हटाया गया। हालांकि वह सुरिक्षत रहा। कुछ समय के लिए मौके पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया था। मौके परद मौजूद लोगों ने बताया कि यदि समय रहते युवक को नहीं हटाया गया होता तो ब़डा हादसा हो सकता था। पुलिस की सजगता के चलते हादसे को टाल दिया गया।