ग्वालियर। भाजपा में शहर अध्यक्ष बनाए जाने की कवायद लंबे समय बाद पूरी हो गई। इस बार भी शहर अध्यक्ष की नियुक्ति में सांसद की चली। पिछली बार भी पूर्व सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर के समर्थक माने जाने वाले देवेश शर्मा को जिला अध्यक्ष बनाया गया था। वहीं इस बार सांसद के नजदीकी माने जाने वाले कमल माखीजानी को इस बार शहर की कमान सौंपी गई है। वहीं ग्रामीण अध्यक्ष की नियुक्ति में प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की चली।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि दोनों ही नियुक्तियां उपचुनाव को ध्यान में रखते हुए की गई हैं। जहां शहर में कमल माखीजानी गुटबाजी से दूर माने जाते हैं और उनके अध्यक्ष बनने के बाद गुटबाजी हावी नहीं होगी और भाजपा आसानी से दोनों सीटों जीत जाएगी। वहीं ग्रामीण विधानसभा की सीट पर भी उपचुनाव होना है और यह सीट गृहमंत्री के क्षेत्र में आती है, इसलिए यहां की जिम्मेदारी उनके समर्थक माने जाने वाले कौशल शर्मा को सौंपी गई है।
भाजपा शहर अध्यक्ष के लिए लंबे समय से वरिष्ठ नेता अपना-अपना जोर लगाए थे और जिससे अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर काफी समय से कशमकश चल रही थी। दावेदारी करने वालों में राकेश जादौन, सतीश सिंह सिकरवार, नूतन श्रीवास्तव सहित कई वरिष्ठ नेता अपनी-अपनी दावेदारी ठोक रहे थे।
भाजपा नेताओं का कहना है कि कमल माखीजानी आम कार्यकर्ता की मदद करने वाले हैं और उनके इस पद पर मनोनयन होने पर अब आम कार्यकर्ता मजबूत होगा, जो कि कुछ समय से अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा था। कमल माखीजानी भारतीय जनता पार्टी के एक जुझारू पदाधिकारी हैं, उनकी नियुक्ति से भाजपा को मैदानी स्तर पर मजबूती मिलेगी।