इंदौर। महीनेभर पहले स्नातक प्रथम वर्ष की खत्म हुई परीक्षा का रिजल्ट अभी तक नहीं आया है। इंटरनेल और वायवा के मार्क्स भेजने में कालेजों की लापरवाही के चलते देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) परिणाम जारी नहीं कर पाया है। इसके चलते अब विद्यार्थियों को अगली कक्षाओं में प्रमोट करने में कालेजों को ही परेशानी आ रही है। उधर कुछ कालेजों ने छात्र-छात्राओं के प्रवेश नवीनीकरण की प्रक्रिया कुछ दिन और चलाए जाने की गुहार लगाई है। ताकि फर्स्ट ईयर के विद्यार्थियों को सेकंड ईयर में प्रवेश दिया जा सके।
2021-22 सत्र में उच्च शिक्षा विभाग ने बीए, बीकाम और बीएससी सहित अन्य यूजी कोर्स में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू कर दी। इसके चलते पिछला सत्र काफी प्रभावित रहा। पहले कक्षाएं, परीक्षा और अब रिजल्ट में देरी ने विद्यार्थियों की परेशान कर दिया है। 18 जून से 22 अगस्त के बीच परीक्षा खत्म हुई। इस बीच कालेजों को वोकेशनल विषयों के वायवा करवाना थे। यह प्रक्रिया 10 से 12 सितंबर तक चलती रही। कई कालेजों ने इंटरनल के मार्क्स भी विश्वविद्यालय को नहीं भेजे, जबकि विश्वविद्यालय ने परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन लगभग पूरा कर लिया है।
तीन अक्टूबर से मुख्य परीक्षाओं के अंक चढ़ाना शुरू किए जाएंगे। 5 से 10 अक्टूबर के बीच रिजल्ट आने की उम्मीद है। रिजल्ट में देरी के चलते कालेजों को भी विद्यार्थियों की अगली कक्षा में प्रमोट करने में दिक्कतें आ रही है, क्योंकि छात्र-छात्राओं के फेल होने पर में उन्हें अगली कक्षा में नहीं भेजा जा सकता है। नई नीति के मुताबिक फेल विद्यार्थियों को उसकी कक्षा में प्रवेश देना है।
कालेज इस वजह से रिजल्ट का इंतजार करने में लगे है कि जैसे ही विद्यार्थियों की अंकसूची पोर्टल पर जारी हो। तुरंत प्रवेश नवीनीकरण की प्रक्रिया पूरी की जाए। इसके लिए कालेजों ने विभाग से 12 अक्टूबर तक प्रक्रिया रखने पर जोर दिया है। अतिरिक्त संचालक डा. सुरेश सिलावट का कहना है कि प्रवेश नवीनीकरण की प्रक्रिया को लेकर मुख्यालय से निर्देश आना बाकी है।