मां को मंदिर के बाहर छोड़ गया बेटा, पोतों ने अपनाया

Posted By: Himmat Jaithwar
9/28/2022

इंदौर । जिस मां ने जन्म दिया, तमाम परेशानियों का सामना करते हुए बच्चे को बेहतर परवरिश देने की हर संभव कोशिश की, वही बेटा मां को उस समय लावारिसों की तरह मंदिर के बाहर छोड़ गया जब वह चलने में भी असमर्थ थीं। दो दिन बाद पुलिस ने वृद्धा के बेटे को तलाश लिया लेकिन बेटा मां को घर ले जाने को तैयार नहीं था, तब पोतों ने दादी की देखभाल करने की जिम्मेदारी ली और वे घर ले गए।

भूतेश्वर महादेव मंदिर के बाहर शनिवार रात एक वृद्धा लावारिस हालत में मिली थी। 85 वर्षीय इस वृद्धा को एक पुरुष और युवती छोड़ गए थे। जब राहगीरों ने वृद्धा को मंदिर के बाहर देखा तो उनका दिल पसीजा और इसकी जानकारी मल्हारगंज थाने में दी गई। मल्हारगंज एसीपी राजीवसिंह भदौरिया के मुताबिक वृद्धा बोलने की स्थिति में भी नहीं थी। मंदिर के बाहर बैठे देख रात करीब नौ बजे लोगों ने पुलिस को सूचना दी तो मल्हारगंज थाने से जवान पहुंचे। शंका होने पर पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे के फुटेज निकाले तो उसमें एक पुरुष और युवती नजर आए जिन्होंने वृद्धा को छोड़ा और मंदिर में दर्शन कर चले गए। पुलिस ने वृद्धा को गांधीनगर स्थित वृद्धाश्रम भिजवा दिया था।
बाद में फुटेज इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने से जानकारी मिली कि जो पुरुष- युवती वृद्धा को वहां छोड़कर गए थे वे कोई और नहीं बल्कि उसका बेटा रामेश्वर प्रजापति और नाती ही थी। रामेश्वर का मालवा मिल क्षेत्र में घर और पान की दुकान है। संबंधित थाने में वृद्धा के बेटे को बुलाकर यह समझाइश दी गई कि वे मां की सेवा करें न कि उन्हें इस तरह घर से बेदखल कर दें। साथ ही उन्हें यह भी चेतावनी दी गई कि यदि वे मां की देखभाल सही तरीके से नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी। इतना होने पर भी रामेश्वर का दिल नहीं पसीजा उसने पुलिस को माफीनामा लिखकर देने से इन्कार कर दिया। इस पर रामेश्वर के बेटों ने माफीनामा लिखकर दिया और वृद्धा को घर ले गए।



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