इंदौर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआइए) की टीम ने मध्य प्रदेश के इंदौर और उज्जैन में पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) के ठिकानों पर छापा मारा। इस दौरान एनआइए ने इंदौर से पीएफआइ के तीन लीडर को गिरफ्तार किया गया है, एडिशन पुलिस कमिश्नर राजेश हिंगणकर ने इसकी पुष्टि की है। जिनकी गिरफ्तारी हुई है उनमें पीएफआइ स्टेट हेड अब्दुल करीब बैकरी और एक का नाम जावेद बताया गया है। पीएफआइ का एक प्रमुख पदाधिकारी अब्दुल रऊफ बेलिम पहले से जिलाबदर है। इंदौर में जवाहर मार्ग स्थित पीएफआइ के आफिस में भी छापा मारा गया। उज्जैन में जमील शेख नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किए जाने की सूचना है, यह पीएफआइ का सचिव बताया जा रहा है। फिलहाल स्थानीय पुलिस अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं। एनआइए की टीम गुरुवार सुबह से देशभर में पीएफआइ के ठिकानों पर कार्रवाई कर रही है। इस दौरान टेरर फंडिंग से जुड़े दस्तावेज समेत साहित्य मिलने की बात सामने आ रही है।खरगोन के दंगों में भी सामने आया था पीएफआइ का नाम
खरगोन में हुद दंगों में पीएफआइ के शामिल होने की बात कही जाती रही है। वहीं 17 फरवरी 2021 को उज्जैन में पीएफआइ ने अपने स्थापना दिवस पर सभा में आपत्तिजनक भाषा का उपयोग किया था। इसके पहले भी इंदौर में सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश में पीएफआइ से जुड़े लोगों पर कार्रवाई की जा चुकी है। पीएफआइ का संगठन मालवा-निमाड़ के इलाके में काफी एक्टिव बताया जाता है। गौरतलब है कि सिमी भी इसी इलाके में सक्रिय रहा है।
मध्य प्रदेश में पीएफआइ के स्टेट हेड अब्दुल करीम बैकरी को अहिल्या पल्टन के घर से गिरफ्तार किया गया। उसकी पत्नी ने बताया कि रात तीन बजे उन्हें ले गए।