भोपाल. राजधानी में कोराेना संक्रमण के साथ ही गंभीर मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। इस समय शहर के तीन अलग–अलग अस्पतालों में कोरोना के 307 पॉजिटिव मरीज भर्ती हैं। इनमें से 25 गंभीर हैं। सभी को इलाज के लिए आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। 17 मरीजों को आॅक्सीजन सपोर्ट पर जबकि 2 को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। गौरतलब है कि 2 मई को भोपाल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों में केवल 5 ही गंभीर हालत में थे और उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया था। लेकिन, अगले छह दिनों में कोरोना पॉजिटिव अन्य 23 मरीजों की तबीयत भी ज्यादा बिगड़ गई है। सभी को आईसीयू में भर्ती कर, विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में इलाज किया जा रहा है।
कोरोना कंट्रोल टीम के अफसरों ने बताया कि 2 से 8 मई के बीच अस्पताल में भर्ती होने के तीन दिन बाद एक–एक करके 25 मरीजों की सेहत बिगड़ गई। सभी को शुरुआत में सांस लेने में तकलीफ थी। बाद में संक्रमण किडनी, हार्ट और लंग्स तक फैल गया। इन मरीजों का इलाज आक्सीजन सपोर्ट और वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखकर किया रहा है।
शुरुआती तीन दिन सेहत स्थिर रही ... और फिर अचानक बिगड़ी
चिरायु हॉस्पिटल में 8 दिन पहले शिफ्ट हुए एक मरीज की हालत गंभीर है। अस्पताल में भर्ती होने के शुरूआती तीन दिन तक मरीज स्टेबल रहा। लेकिन, चौथे दिन से मरीज की सेहत बिगड़ना शुरू हुई। शुक्रवार को मरीज ने डॉक्टर्स से ठीक से सांस नहीं ले पाने की शिकायत की। इसके चलते उसे आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। हॉस्पिटल सूत्रों ने बताया कि मरीज के दोनों फेंफड़ों में कोरोना का संक्रमण काफी ज्यादा हो गया है। इस कारण वह ठीक से सांस भी नहीं ले पा रहा है। मरीज को आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। ताकि इमरजेंसी में मरीज के इलाज में डॉक्टर्स की ओर से कोई देरी न हो।
किडनी में संक्रमण के साथ... सांस लेने में तकलीफ भी बढ़ गई
हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि मई के पहले सप्ताह में सर्दी, खांसी की शिकायत लेकर एक युवक जांच कराने आया था। जांच में उसे 101 डिग्री बुखार , हाई ब्लड प्रेशर और किडनी में इनफेक्शन पाया गया। उसके सुआब का सैंपल लैब में भेजा गया। जांच रिपोर्ट तीन दिन बाद आई, जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव मिला। इधर किडनी में तेजी से बढ़ रहे इनफेक्शन को नियंत्रित करने डॉक्टर्स ने उसका डायलिसिस किया। इनफेक्शन कंट्रोल होता उससे पहले ही सांस लेने में तकलीफ बढ़ गई। बाद में डॉक्टर्स ने मरीज को वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर, इलाज शुरू किया। उसकी हालत गंभीर है।
देर से अस्पताल पहुंचने के कारण बनी ये स्थिति
डॉ. प्रभाकर तिवारी, सीएमएचओ के मुताबिक, एम्स, हमीदिया, चिरायु में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 25 की हालत क्रिटिकल है। डॉक्टर्स मरीज की संभावित बीमारी की पहचान कर, उनका इलाज कर रहे हैं। पॉजिटिव मरीजों की संख्या अचानक नहीं बढ़ी है। इसकी वजह संबंधित मरीजों का अस्पताल में कोरोना जांच और इलाज के लिए देरी से पहुंचना है।