नई दिल्ली। हर किसी को अब 17 मई का इंतजार है और उत्सुकता यह जानने की है कि क्या Lockdown खुलने के बाद ट्रेनें चलने लगेंगी? अभी यह साफ नहीं है, लेकिन Indian Railways ने Lockdown के बाद की अपनी रणनीति पर मंथन शुरू कर दिया है। प्लानिंग यह है कि यदि Lockdown खुलने के बाद Trains चलाई जाती हैं तो क्या व्यवस्था रखी जाए कि यात्रियों को असुविधा भी न हो और कोरोना वायरस से उनका बचाव भी हो सके।
इस बात पर विचार हो रहा है कि क्या जब तक कोरोना वायरस काबू नहीं हो जाता, ट्रेनों में खाना ने बांटा जाए, सिर्फ पानी ही सर्व किया जाए। खबर है कि Lockdown खत्म होने के बाद शताब्दी एक्सप्रेस, गतिमान एक्सप्रेस और तेजस एक्सप्रेस के साथ राजधानी जैसी प्रीमियम ट्रेनों में सफर के दौरान यात्रियों को खाना अपने साथ लाना पड़ सकता है। इसके साथ ही यह भी व्यवस्था की जा रही है कि पहले चरण में केवल वंदेभारत, शताब्दी और जनशताब्दी जैसी ट्रेनें चलाई जाए। लोगों लोगों का आवागमन सुरक्षित बनाने के लिए ट्रेन में आधी सीटों की ही बुकिंग का प्लान बनाया जा रहा है।
पूरे देश में जारी लॉकडाउन-3 के बीच लोगों को हादसों से बचाने के लिए रेलवे ने लोगों से पटरियों पर न चलने की अपील की है। दरअसल महाराष्ट्र में रेल की पटरियों पर सो रहे प्रवासी मजदूरों की हैदराबाद के चेरापल्ली से महाराष्ट्र के पानिवाड़ जा रही मालगाड़ी से कटकर मौत होने की घटना के बाद पूर्वी तटीय रेलवे ने लोगों से पटरियों पर चलने से बचने के लिए कहा है, क्योंकि लॉकडाउन के दौरान भी कई विशेष ट्रेनें चल रही हैं।
एक रेलवे अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए यात्री ट्रेनें निलंबित हैं लेकिन देशभर में आवश्यक सामान की आपूर्ति बनाए रखने के लिए सभी रेलवे ट्रैक पर मालगाड़ियां और पार्सल एक्सप्रेस ट्रेनें लगातार चल रही हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में श्रमिक विशेष ट्रेनें भी शुरू की गई हैं और पूर्वी तटीय रेलवे के क्षेत्र में ऐसी कई ट्रेनें चल रही हैं।