नई दिल्ली. हंदवाड़ा (कश्मीर) आतंकी एनकाउंटर के बाद भारत की जबावी कार्रवाई के डर से पाकिस्तानी एयरफोर्स ने अपनी सीमा में चौकसी बढ़ा दी है। सरकार के शीर्ष अफसर के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना के एफ-16 और जेएफ 17 लड़ाकू विमान लगातार गश्त कर रहे हैं। भारतीय सेना भी अपने सर्विलांस सिस्टम से इन पर नजर रख रही है। 2 मई को हुए एनकाउंटर में कमांडिंग ऑफिसर कर्नल आशुतोष शर्मा समेत 5 जवान शहीद हो गए थे।
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की तरफ से गश्त बढ़ाने का मतलब यह निकाला जा रहा है कि वह मानकर चल रहा है कि हंदवाड़ा एनकाउंटर और कश्मीर में आतंकी गतिविधियों के बाद भारत की तरफ से बड़ी कार्रवाई की जा सकती हैं। इसकी वजह यह है कि बीते सालों में उड़ी और पुलमावा अटैक जैसे आतंकी हमलों के बाद भारत ने पीओके में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। पुलमावा अटैक के बाद भारतीय एयरफोर्स ने बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के कैंप को निशाना बनाया था। उड़ी हमले के बाद आतंकियों के लॉन्चिंग पैड्स पर सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी।
हंदवाड़ा एनकाउंटर में कर्नल आशुतोष समेत 5 जवान शहीद हुए थे
- हंदवाड़ा में 2 मई की रात को एनकाउंटर में सेना की 21 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल आशुतोष शर्मा समेत 5 जवान शहीद हो गए थे।
- मुठभेड़ के दौरान सेना ने दो आतंकियों को मार गिराया। इसमें से एक लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर हैदर था। आतंकियों के छिपे होने की खबर के बाद उत्तरी कश्मीर के एक घर में सुरक्षाबलों ने हमला बोला था। आतंकियों ने घर के लोगों को बंधक बनाकर रखा था, उन्हीं को बचाने सेना और पुलिस की टीम गई थी। इन लोगों को सुरक्षाबलों ने छुड़वा लिया।
इस साल अब तक 62 आतंकी मारे गए
इस साल जनवरी से अब तक जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में हुई मुठभेड़ में 62 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं। लॉकडाउन के दौरान आतंकियों की ओर से सीमा पार से लगातार घुसपैठ की कोशिशें हो रही हैं।