रतलाम। रतलाम जिले में समर्थन मूल्य पर अब तक 82 हजार मैट्रिक टन गेहूं खरीदा जा चुका है। जिले के करीब 18000 किसानों से गेहूं खरीदी की जा चुकी है। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान द्वारा आयोजित जिला उपार्जन समिति की बैठक में उक्त जानकारी दी गई।
कलेक्टर द्वारा सख्ती से निर्देशित किया गया कि गेहूं खरीदी केंद्रों पर किसानों को ज्यादा समय तक इंतजार नहीं करना पड़े, पर्याप्त संख्या में तोल कांटे का इंतजाम किया जाए। बैठक में जिला खाद्य अधिकारी श्री विवेक सक्सेना, जिला विपणन अधिकारी सुश्री स्वाति राय, जिला प्रबंधक एमपी डब्ल्यू एलसी श्री विपिन लाड, सहायक आपूर्ति अधिकारी श्री उमेश पांडे, महाप्रबंधक जिला सहकारी केंद्रीय बैंक श्री आलोक जैन आदि उपस्थित थे।
कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया कि किसी भी उपार्जन केंद्र पर 85 प्रतिशत से कम परिवहन की स्थिति नहीं रहे। गोडाउन स्तर के केंद्रों पर तौल कार्य तथा स्टेकिंग लगाने के लिए ज्यादा संख्या में लेवल लगाएं जिससे उपार्जन कार्य बाधित नहीं हो। हैंडलिंग चालान जारी करने में भी विलंब नहीं हो तथा किसानों को भुगतान समय पर हो। उपायुक्त सहकारिता को निर्देशित किया गया कि तोल कार्य तथा स्टैकिंग के लिए पृथक-पृथक लेबर की व्यवस्था करें, अगर गेहूं का तोल गोदाम में किया जा रहा है तोल वं स्टैकिंग का कार्य एक साथ किया जा रहा है। गेहूं का कोई मोमेंट नहीं किया जा रहा है तो हैंडलिंग एवं मोमेंट कार्य के लिए राशि का भुगतान संस्था को नहीं किया जाए। क्योंकि नांदलेटा क्षेत्र को प्रतिबंधित क्षेत्र से मुक्त कर दिया गया है इसलिए बड़ायला माताजी केंद्र को पुनः आरंभ करने पर सहमति बनी।
बैठक में गेहूं उपार्जन के लिए संशोधित लक्ष्य दो लाख मैट्रिक टन के मान से गेहूं खरीदी हेतु कलेक्टर द्वारा सभी अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। जिन स्थानों पर दो केंद्र संचालित हैं वहां पृथक-पृथक पोल कार्य एवं आवश्यक सुविधाएं किसानों को उपलब्ध कराई जाना, कोरोना से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन, मास्क का उपयोग आदि व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया।