भोपाल । सेना की शाहबाज डिवीजन का 57वां स्थापना दिवस समारोह रविवार को उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर देश के लिए सर्वस्व कुर्बान करने वाले वीर जवानों, बलिदानियों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। बलिदानियों के प्रति कृतज्ञता प्रकट की गई।
शहीदों के बलिदान को सम्मान और श्रद्धांजलि देने के लिए शाहबाज़ युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया गया। शाहबाज़ डिवीज़न के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल भवनीश कुमार ने इस अवसर पर सभी रैंकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हमें हर समय युद्ध तैयारियों की उच्च स्थिति बनाए रखनी है। इस अवसर पर युद्ध स्मारक पर बड़ी संख्या में वरिष्ठ सैन्य अधिकारी एवं जवान उपस्थित थे।
माउंटेन डिवीज़न के रूप में हुआ था गठन
शाहबाज़ डिवीज़न का गठन 18 सितंबर 1966 को रंगिया में माउंटेन डिवीज़न के रूप में किया गया था। इस डिवीज़न ने आज अपना 57वां स्थापना दिवस मनाया। पिछले 56 वर्षों में गठन के पश्चात ही डिवीज़न ने अपनी भूमिका को निभाते हुए अपने लिए एक विशेष स्थान बनाया है और भारतीय सेना के नेतृत्व के रूप में सभी क्षेत्रों में अपनी क्षमता साबित की है। डिवीज़न ने अपनी स्थापना के बाद से ही सभी प्रमुख अभियानों में भाग लिया है । ऑपरेशन कैक्टस लिली के समय शकरगढ़ क्षेत्र में महत्वपूर्ण कर्त्तव्य निभाया। ऑपरेशन पवन के दौरान फार्मेशन ने अपनी निपुणता और कार्य कुशलता के उच्च स्तर का परिचय देते हुए युद्ध क्षेत्र में शांति लाने के लिए अहम भूमिका निभाई। उल्लेखनीय है कि सेना की विभिन्न इकाइयों द्वारा सेवा कार्य भी किए जाते हैं, कोरोना संकट के समय सेना ने प्रदेश भर में मरीजों की सेवा की थी। थ्री ईएमई सेंटर में विशेष अस्पताल बनाया गया था, जहां बड़ी संख्या में मरीजों का इलाज हुआ और ऑक्सीजन भी उपलब्ध कराई गई थी।