अमेरिका-यूरोप फेल, सिंगापुर-ताइवान-हॉन्गकॉन्ग ने कैसे किया कोरोना को कंट्रोल

Posted By: Himmat Jaithwar
3/15/2020

नई दिल्ली | चीन में महामारी बन चुके कोरोना वायरस का कहर दुनिया के दूसरे देशों में भी देखने को मिल रहा है। यूरोप और अमेरिका भी इससे अछूते नहीं हैं। कोरोना के बढ़ते कहर के बावजूद एशिया के कुछ देश ऐसे भी हैं जिन्होंने इस गंभीर वायरस को नियंत्रित करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। सिंगापुर, ताइवान और हॉन्गकॉन्ग इनमें प्रमुख हैं, जहां कि सरकारों ने इस वायरस को कंट्रोल करने के लिए तेजी से कदम उठाए, इसका असर भी नजर आया।

इन देशों ने कोरोना को ऐसे किया कंट्रोल
आंकड़ों के मुताबिक, 14 मार्च तक हॉन्ग कॉन्ग में कोरोना के 140 मामले सामने आए हैं, इनमें 4 की मौत हो चुकी है। सिंगापुर में 200 मामले सामने आए हैं, जबकि ताइवान में 53 कोरोना संक्रमण के मामले पॉजिटिव मिले हैं, एक की मौत हुई है। इन देशों में कोरोना के सामने आए आंकड़े इसलिए भी बेहद अहम हैं क्योंकि तीनों देश चीन के बेहद पास हैं और खास टूरिस्ट डेस्टिनेशन हैं। बावजूद इसके जिस तरह से इन देशों की सरकारों ने कोरोना वायरस को रोकने के लिए कदम उठाने में तेजी दिखाई, इसी का असर है कि यहां खतरनाक वायरस ज्यादा प्रभाव नहीं दिखा सका।

हॉन्गकॉन्ग ने पहला केस आते ही उठाए जरूरी कदम
न्यूयॉर्क टाइम्स में छपे एक लेख में बताया गया कि कैसे इन देशों में कोरोना का पहला मामला सामने आते ही, यहां कि सरकारों ने काम शुरू कर दिया। सिंगापुर ने सबसे पहले प्रभावित क्षेत्रों में यात्रा पर पाबंदी लगाई, जिनमें भी वायरस के लक्षण दिखे उन्हें क्वारंटाइन में भेज दिया गया। इसके साथ लोगों को ज्यादा से ज्यादा सामाजिक दूरी बनाने और स्वच्छता का ध्यान रखने के लिए कहा गया। अधिकारियों ने तुरंत ही संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों को भी अलग केंद्र में भेजा गया, जहां उनकी भी जांच की गई।

सिंगापुर ने वुहान जाने वाली फ्लाइट पर लगाई रोक
ताइवान, हॉन्गकॉन्ग और सिंगापुर की सरकारों ने जिस तरह से कदम उठाए इसकी वजह से चीन के बेहद पास होने के बाद भी इस वायरस के मामले में यहां उतने गंभीर नहीं हो सके। सिंगापुर पहला देश था जिसने सबसे पहले चीन के वुहान शहर जाने वाली अपनी फ्लाइट पर रोक लगाई। इसके अलावा तीन विश्वविद्यालयों के हॉस्टल में तुरंत ही क्वारंटाइन की सुविधा मुहैया कराई। इसके अलावा होटल, ट्रांसपोर्ट कंपनियों के जरिए भी वायरस प्रभावित इलाकों का दौरा करने वालों की जानकारी निकाली गई और उन्हें जांच के लिए ले जाया गया।

ताइवान ने लगाया भारी जुर्माना
ताइवान ने कोरोना पर लगाम के लिए अलग तैयारी की। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में फ्लाइट पर बैन नहीं लगाया। हालांकि, यात्रियों की प्लेन की लैंडिंग में यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई। ताइवान में स्थानीय स्तर पर क्वारंटाइन सुविधा मुहैया कराई गई। साथ ही क्वारंटाइन से जुड़े आदेशों की अवहेलना करने पर 25 लाख रुपये तक का जुर्माना भी लगाया गया। सामूहिक समारोहों और धार्मिक सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया और सभी स्कूलों में छुट्टियां बढ़ा दी गईं। इन तीनों क्षेत्रों में जिस तरह से कदम उठाए गए इसकी वजह से वायरस उतना खतरनाक नहीं हो सका।



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