इंदौर. आचार्य विद्यासागरजी महाराज ने गुरुवार को देश के नाम संदेश दिया। उन्होंने कहा- जिन लोगों के पास कुछ दिन पहले भोजन के लिए रुपए नहीं थे, उनके पास शराब खरीदने के लिए पैसे कहां से आ गए। शराब और मांस ही तो कोरोना के दोस्त हैं। ये दोनों जहां रहेंगे, वहां पर कोरोना बरकरार रहेगा। लगभग दो महीने से शराब की बिक्री बंद थी, इससे लोगों ने संयम रखा था। अब फिर से शराब की बिक्री शुरू हो गई है। ऐसे में हालात सुधारना मुश्किल हो जाएगा। संघस्थ ब्रह्मचारी सुनील भैया ने बताया कि सांवेर रोड स्थित तीर्थोदय तीर्थ में ठहरे आचार्यश्री ने गुरुवार को 46 दिन बाद संबोधित किया। उन्होंने कहा- सरकार कह रही है कि इससे अर्थव्यवस्था सुधरेगी। सही दिशा में काम करने से भी देश की अर्थव्यवस्था का संचालन किया जा सकता है। इसके लिए इस समय शराब की दुकान खोलने की जरूरत नहीं है। इससे तो और अधिक लोगों का दिमाग खराब होगा, तबीयत खराब होगी। एक ओर तो आप लोग दिन-रात चिकित्सक और पुलिस को लगाकर जनता को बचाने में जुटे हो, वहीं दूसरी ओर शराब पिलाकर मारने का काम कर रहे हो।