कमलनाथ सरकार में मंत्री पीसी शर्मा ने रविवार को बागी विधायकों को लेकर एक बड़ा ही अजीबोगरीब बयान दिया है। मंत्री ने कहा कि निश्चित तौर पर जिस तरह से उनके (कांग्रेस विधायक) चहरे दिख रहे हैं वीडियो में, जिस तरह से वे परेशान हैं। लग रहा है उनपर तंत्र-मंत्र किया गया है। आज तक प्रजातंत्र में ऐसा नहीं हुआ। एएनआई से बातचीत में मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री ने कहा कि हमारे विधायकों का अपहरण किया गया है, उनके मोबाइल फोन ले लिए गए हैं, उनको बात नहीं करने दे रहे।
राज्य में राजनीतिक उठापटक के बीच कैबिनेट की बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा में मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि निश्चित तौर पर बेंगलुरु में विधायकों को बंधक बनाकर रखा गया है। उनके मोबाइल फोन छीन लिए गए हैं। उन्हें किसी से मिलने भी नहीं दिया जा रहा है। इन विधायकों पर 'तंत्रमंत्र' भी किया गया है। संबंधित विधायकों के चेहरे देखकर यह साफ दिखायी देता है।
फ्लोर टेस्ट से पहले कमलनाथ सरकार का कर्मचारियों को तोहफा, DA बढ़ाया
मंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि विधानसभा के सोमवार से शुरू हो रहे सत्र के दौरान कोरोना का कितना भय है या इसको लेकर क्या कदम उठाने हैं, यह विधानसभा अध्यक्ष पर निर्भर करता है। केबिनेट की बैठक में इसको लेकर कोई चर्चा नहीं हुई लेकिन यह बात तय है कि कोरोना को लेकर सतर्कता आवश्यक है और राज्य सरकार ने इस संबंध में आवश्यक कदम भी उठाए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जयपुर, बेंगलुरु और हरियाणा से जो भी विधायक आ रहे हैं या आने वाले हैं, उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाना चाहिए।
विधानसभा में सरकार को सोमवार को बहुमत साबित करने के राज्यपाल के निर्देश के संबंध में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं कह चुके हैं कि सरकार फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार है। लेकिन यह सब कब होना है, यह विषय अध्यक्ष का है। सदन में फ्लोर टेस्ट के बहुत से मौके आएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि जिन कांग्रेस विधायकों को बेंगलुरु में बंधक बनाया गया है, उनके बारे में राज्यपाल से अनुरोध है कि वे उन्हें सुरक्षित वापस लाने में अपने प्रभाव का इस्तेमाल करें। उन्होंने बताया कि कैबिनेट ने राज्य के कर्मचारियों का महंगाई भत्ता पांच प्रतिशत बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके अलावा अन्य निर्णयों के बारे में भी उन्होंने जानकारी दी।
कांग्रेस विधायक जयपुर से भोपाल पहुंचे
मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के लगभग 90 विधायक रविवार को विशेष विमान से जयपुर से राजधानी भोपाल लौट आए और सभी को सख्त सुरक्षा प्रबंधों के बीच एक होटल में रुकवाया गया। ये विधायक लगभग ग्यारह बजे यहां राजा भोज विमानतल पर पहुंचे। फिर उन्हें बसों में बिठाकर एमपी नगर क्षेत्र में स्थित एक होटल में भेजा गया है। विधायकों के साथ प्रदेश कांग्रेस के अनेक पदाधिकारी भी देखे जा रहे हैं।
इस बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने वरिष्ठ नेताओं और मंत्रियों के साथ अपनी रणनीति में जुटे हुए हैं। कांग्रेस अपने विधायकों के लिए व्हिप कल शाम को ही जारी कर चुकी है। मध्यप्रदेश में चल रही राजनीतिक उथलपुथल के बीच कांग्रेस के विधायकों को लगभग चार पांच दिन पहले विशेष विमान से भोपाल से जयपुर भेजा गया था। सोमवार से शुरू होने वाले महत्वपूर्ण बजट सत्र के मद्देनजर कांग्रेस विधायकों को यहां लाया गया है। हालाकि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जा चुके ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक लगभग 20 विधायक और नेता अभी बेंगलुरु में ही हैं।