रतलाम। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने गुरुवार को दोपहर में भोपाल वीसी के माध्यम से प्रदेश के उन मजदूरों से चर्चा की जो मनरेगा योजना के तहत काम कर रहे हैं। इस दौरान रतलाम एनआईसी कक्ष में सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप केरकेट्टा तथा जिले में मनरेगा योजना में काम करने वाले बाजना विकासखंड के मजदूर लालसिंह, पानूडीबाई, भंवर तथा मोडसिंह भी मौजूद थे।
वीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मनरेगा में कार्यरत मजदूरों को बताया कि मध्यप्रदेश में रेड जोन को छोड़कर सब जगह मनरेगा में काम शुरू किए गए हैं। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही मास्क और साबुन से हाथ धुलाई, सैनिटाइजर का इस्तेमाल सुनिश्चित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें काम करना है, पर बीमार नहीं होना है। मजदूरों को मास्क उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाए जा रहे मास्क के भुगतान हेतु राज्य शासन द्वारा 8 करोड़ 41 लाख रूपए जनपद पंचायतों के बैंक खातों में डाले गए हैं। काम के दौरान बीमारी से बचाव के लिए सावधानी बरतें, प्रदेश में प्रदेश में बाहर से लौटे लोगों को रोजगार देने की पहल की गई है। खुशी की बात है कि कोरोना के वातावरण में भी मध्यप्रदेश में 14 लाख 69 हजार व्यक्तियों को मनरेगा में काम दिया जा रहा है। प्रदेश में मनरेगा के 1 लाख 31 हजार काम चल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सभी कलेक्टर एवं जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन पंचायतों में काम नहीं चल रहे हैं, अगर जरूरत है तो वहां भी काम शुरू किए जाएं। सभी जरूरतमंद लोगों को काम उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मनरेगा योजना में इतनी बड़ी संख्या में लोगों को काम मिल रहा है इसके लिए सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी बधाई के पात्र हैं। प्रदेश में जल संवर्धन, जल संरक्षण के कार्य मनरेगा में किए जा रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन के स्वच्छग्रहियों, स्वयं सहायता समूह के सदस्यों से भी काम लेना है। गत वर्ष के अपूर्ण कार्य भी पूर्ण करना है, प्रदेश में 20 अप्रैल से 26 अप्रैल तक मनरेगा में किए गए कार्यों की मजदूरी खातों में पहुंच गई है मजदूर राशि का भुगतान सतत किया जाता रहेगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में मनरेगा योजना में कार्यरत मजदूरों से वीसी के माध्यम से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने काम का प्रकार, किस स्थान पर चल रहा है, काम कैसा चल रहा है, सभी जरूरतमंदों को काम मिल रहा है अथवा नहीं, कार्य से संतुष्टि, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और मास्क का उपयोग कर रहे हैं अथवा नहीं आदि जानकारी मजदूरों से चर्चा के दौरान प्राप्त की।