ग्वालियर आउट ऑफ कंट्रोल: शराब की दुकानों के साथ पूरा बाजार भी खुल गया

Posted By: Himmat Jaithwar
5/7/2020

ग्वालियर। सरकार ने केवल शराब की दुकानें खोलने के आदेश जारी किए थे परंतु ग्वालियर में लगभग सारी दुकानें खुल गई। बुधवार को शहर का नजारा कुछ ऐसा था मानो लॉक डाउन नाम की कोई चीज नहीं है। शहर के लोग कोरोनावायरस को पहचानते ही नहीं। ना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे ना इन्फेक्शन को रोकने की कोई कोशिश थी। दुकानों के आगे गोले बने थे, लेकिन सिर्फ बने हैं ग्राहक वैसे ही भीड़ लगाकर खड़े थे जैसे 25 मार्च के पहले खड़े होते थे।

लॉकडाउन के चलते तीसरे चरण में प्रशासन ने जरूरत के सामान के साथ-साथ अन्य चीजों पर भी राहत दी है लेकिन इसका फायदा लोग इस कद्र उठा रहे हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना ही भूल गए। सब्जी का ठेला हो या फिर किराने की दुकान सब जगह लोगों की भीड़ लगी है और पुलिस अफसर समझाइश दे रहे हैं लेकिन इसका असर इन पर नहीं हो रहा है। दो कोरोना मरीज मिलने के बाद प्रशासन ने भी अब तक कड़े कदम नहीं उठाए हैं और आज शहरभर के हर बाजार में लोगों की भीड़ जमा है। सबसे ज्यादा भीड़ लश्कर और मुरार क्षेत्र में देखने को मिली, जहां लोग सामान खरीदने के लिए सुबह से ही निकल आए हैं।

बेहाल रहीं सब्जी मंडी

सब्जी खरीदने के लिए सुबह 5 बजे से मंडियों में लोगों की भीड़ इस कद्र लगी कि लोग शारीरिक दूरी भूल गए। फुटपाथी दुकानदार अपनी दुकानें सजाकर बैठे रहे तो कई लोग बिना मास्क के ही सब्जी खरीदने पहुंचे। तिलक नगर सब्जी मंडी में सबसे ज्यादा भीड़ रही और मेसकॉर्ट हॉस्पिटल के पास जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। यही हाल व्यापार मेला सब्जी मंडी में भी रहा। मुरार रामलीला सब्जी मंडी में हालत काफी बदतर थे तो वहीं सब्जी व फलों के ठेलों पर भी अच्छी खासी भीड़ नजर आई।

दाल बाजार में लगा रहा जाम

दाल बाजार में आज थोक, खेरिज की दुकानें खुली हैं जिसके चलते जाम की स्थिति निर्मित हो गई। लश्कर सीएसपी आत्माराम शर्मा, इंदरगंज सीएसपी मुनीष राजौरिया, कोतवाली थाना प्रभारी विवेक अष्ठाना, इंदरगंज थाना प्रभारी पंकज त्यागी दलबल के साथ जाम खुलवाने में जुटे रहे और लोगों को समझाइश देते रहे कि शारीरिक दूरी का पालन करें लेकिन इसका असर दिखाई नहीं दिया। दाल बाजार में जाम लगने से खरीदारी करने वालों को भी परेशानी हुई।

खूब दौड़ रहे यात्री वाहन

यात्री वाहनों पर प्रतिबंध लगाया गया है लेकिन इसके बाद भी शहर में यात्री वाहन धड़ल्ले से दौड़ रहे हैं। बुधवार को प्रमुख मार्गों पर ऑटो चालक सवारियों को ढूंढते हुए नजर आए तो वहीं टमटम वाहन कंपू, गुड़ा गुड़ी का नाका जैसे कई क्षेत्रों में सवारियों को ढो रहे थे। इन यात्री वाहनों पर पुलिस ने भी कार्रवाई करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। 

शटर डाउन कर दे रहे सामान

कपड़े, जूते और शृंगार के सामान की दुकानों को खुलने की परमिशन नहीं दी गई है लेकिन यह दुकानदार अपना कारोबार कर रहे हैं। दुकानदारों ने कारोबार करने के लिए नया रास्ता अख्तियार कर लिया है। दुकानदार दुकानों के बाहर बैठकर ग्राहकों का इंतजार कर रहे हैं, जैसे ही कोई व्यक्ति सामान खरीदने आ रहा है तो उसे शटर उठाकर दुकान के अंदर ले जाते हैं और सामान देकर बाहर कर देते हैं तो कई दुकानदारों ने दुकानों के बाहर सामान रखकर बिक्री करना शुरु कर दिया है। 

गलियों में रही भीड़

बुधवार सुबह शहर की मुख्य सडक़ों पर लोगों की भीड़ लगी देखी गई तो गलियों में भी अच्छी खासी भीड़ दिखाई दी। सुबह चावड़ी बाजार, मोर गली में लोगों की भीड़ लगी रही तो नजरबाग मार्केट में शटर तो डाउन रहे लेकिन दुकानदार दुकानों के बाहर बैठे नजर आए। चावड़ी बाजार मोटे गणेश गली में गोली बिस्किट की दुकानों पर भी भीड़ लगी रही और जाम की स्थिति बनी। यही हाल आज जीवाजीगंज कदम साहब का बाड़ा, मामा का बाजार, आपागंज सहित कई क्षेत्रों में रहा। 

नहीं सुधर रहे माधौगंज के हालात

माधौगंज में भौर होते ही जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है और शाम तक लोगों की आवाजाही बनी रहती है। माधौगंज में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन के पास भी पहुंच चुकी है। उन्होंने सप्ताहभर में 3 बार निरीक्षण कर समझाइश दी है लेकिन यहां के दुकानदारों और ठेले वालों पर इसका कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है। सुबह होते ही दूधिए दूध लेकर सडक़ पर बैठ रहे हैं जिससे खरीदारों की भीड़ लग रही है। कमाठीपुरा के पास सब्जी के ठेलों पर अच्छी खासी भीड़ नजर आई। 

फूलमाला खरीदने पहुंचे ग्राहक

धार्मिक स्थलों के पट भले ही बंद हों लेकिन फूलों की बिक्री हो रही है। बुधवार को महाराज बाड़ा और राम मंदिर के पास फूलमालाओं की दुकानों पर अच्छी खासी भीड़ नजर आ रही थी तो वहीं कच्चे पान खरीदने के लिए भी लोग खड़े देखे गए।

गोले बनाए, लेकिन पालन नहीं

खेरिज किराना कारोबारियों और दूध विक्रेताओं को हर रोज दुकानें खुलने की अनुमति दी गई है लेकिन समझाइश दी गई है कि वह गोले बनाकर पालन करेंगे, लेकिन इसका कहीं भी पालन नहीं हो रहा है। व्यापारी अपने मुनाफे के लिए सोशल डिस्टेंसिंग भूल गए हैं तो ग्राहक सामान खरीदने की जल्दबाजी करते हुए गोले से बाहर खड़े नजर आ रहे हैं।



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