रतलाम। लॉकडाउन में विभिन्न राज्यों में फंसे प्रदेश के मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन रतलाम एंट्री पॉइंट पर आएगी। जरूरी व्यवस्थाओं के लिए कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान द्वारा रेलवे स्टेशन पहुंचकर जायजा लिया गया। अधिकारियों को दिशा-निर्देशित किया गया। पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे। प्रथम ट्रेन राजकोट से 8 मई को आएगी।
ट्रेन से आने वाले मजदूरों की व्यवस्था हेतु बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए गए
रतलाम। लॉकडाउन में अन्य राज्यों में फंसे मध्यप्रदेश के मजदूर रतलाम एंट्री पॉइंट आकर अपने गृह जिलों की ओर रवाना किए जाएंगे। रतलाम रेलवे स्टेशन पर मजदूरों के आगमन पर की जाने वाली व्यवस्थाओं के संबंध में एक बैठक सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप केरकेट्टा तथा अपर कलेक्टर श्रीमती जमुना भिड़े द्वारा ली जाकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक में निर्देशित किया गया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मजदूरों की स्वास्थ्य जांच के लिए दो मेडिकल टीमें तैनात करें। ट्रेन के प्रत्येक कंपार्टमेंट के मान से पैरामेडिकल स्टाफ तैनात किया जाए। प्रत्येक मजदूर की स्वास्थ जांच की जाकर निर्धारित प्रपत्र में जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही जिन बसों में अपने गृह जिलों की और मजदूर रवाना होंगे, प्रत्येक बस में बैठने वाले मजदूर की जानकारी भी निर्धारित प्रपत्र में भरी जाकर उपलब्ध कराई जाएगी।
बैठक में बताया गया कि ट्रेन कंपार्टमेंट के अनुसार कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की तैनाती भी की जाएगी जो व्यवस्था देखेंगे। अपर कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया कि नगर निगम मजदूरों के लिए सैनिटाइजर भोजन पैकेट, बिस्किट, पानी की बोतल और सांची की छाछ भी उपलब्ध कराएं जो बसों में रखी जाएगी।
सभी यात्री वाहन तथा मालयानों की होगी चेकिंग
रतलाम। परिवहन आयुक्त श्री व्ही. मधुकुमार ने सभी परिवहन अधिकारियों को यात्री वाहन और मालयानों की चेकिंग करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि इससे प्रवासी मजदूरों के अवैध परिवहन एवं मोटरयान अधिनियम का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर अंकुश लग सकेगा।
उल्लेखनीय है कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर आवश्यक वस्तुओं के निर्बाध परिवहन के लिये प्रदेश में किसी भी मालयान का रोकना निषेध किया गया था, परंतु कुछ मालयान चालकों/मालिकों द्वारा इस आदेश का दुरूपयोग कर एक राज्य से दूसरे राज्य के मध्य प्रवासी मजदूरों का अवैध परिवहन करने के साथ ही मजदूरों से किराया भी वसूल किया जा रहा है। इस संबंध सतना और ग्वालियर पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज कर वाहन चालकों को गिरफ्तार भी किया गया है। इन स्थितियों के मद्देनजर वाहनों की चेकिंग का निर्णय लिया गया है।
श्री मधुकुमार ने कहा है कि सभी कर्मचारी-अधिकारी मास्क लगाकर सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें। उन्होने कहा है कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी वाहनों के दस्तावेजों की वैधता संबंधी एडवायजरी का भी पालन सुनिश्चित करें।