रायपुर में 15 शराब दुकानें बंद, प्रदेश में होम डिलीवरी शुरू, मगर आधार नंबर देना होगा; सूरजपुर में क्वारैंटाइन सेंटर खोलने का विरोध

Posted By: Himmat Jaithwar
5/5/2020

रायपुर. छत्तीसगढ़ में मंगलवार से शराब की होम डिलीवरी शुरू हो गई है। लोग घर बैठे शराब मंगा सकते हैं, लेकिन इसके लिए 120 रुपए डिलीवरी चार्ज देना होगा। साथ ही आधार नंबर भी बताना पड़ेगा। वहीं, रायपुर में उमड़ी भीड़ को देखते हुए 15 दुकानें बंद करने का फैसला किया है। दूसरी ओर रैपिड टेस्ट में जांच के बाद बस्तर में तीन लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। 

क्वॉरैंटाइन सेंटर खोलने का विरोध, ग्रामीणों ने रास्ते बंद किए
सूरजपुर के प्रतापपुर पालिका क्षेत्र में जजावल से लगे ओड़गी ब्लाक के कालाजामन सहित दो गांवों में क्वॉरैंटाइन सेंटर खोलने का विरोध शुरू हो गया है। लोगों ने गांव में प्रवेश के सारे रास्ते बंद कर दिए हैं। डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल और हाई स्कूल को क्वॉरैंटाइन सेंटर बनाने की सूचना से लोगों में गुस्सा है। इससे पहले जजवाल में बने राहत केंद्र से ही कोरोना के 7 संक्रमित मिले थे। 

बिलासपुर में जमकर शराब बिक रही है। जो लाेग धूप से बचने के लिए लाइन में नहीं लग रहे, वे दूसरों से ही खरीदकर ले जा रहे हैं। 

शराब दुकानों पर दो गज दूरी बनाने के हैं निर्देश

  • रायपुर में मंगलवार से एक देशी और 10 विदेशी शराब दुकानें ही खोली जाएंगी। जबकि 4 देशी और 11 विदेशी दुकानें बंद रहेंगी। 
  • रायपुर समेत प्रदेश की 653 दुकानों से एक दिन में सोमवार को 35 करोड़ की शराब बिकी है। 
  • आबकारी विभाग ने होम डिलीवरी की अनुमति दी है। इसके लिए वेबसाइट http://csmcl.in या प्ले स्टोर से CSMCL APP डाउनलोड कर बुकिंग करा सकते हैं। 
  • शराब की बुकिंग के समय मोबाइल नंबर के साथ आधार कार्ड और पूरा पता भी दर्ज करना होगा। 
  • लॉगिन के बाद अपनी पास की 1 विदेशी दुकान, 1 देशी और एक प्रीमियम दुकान लिंक कर सकेंगे। 

अकलतरा में महिलाओं ने नहीं खोलने दी शराब दुकान
जांजगीर में अकलतरा के कापन गांव में महिलाओं ने पहले ही दिन शराब की दुकानें खोलने का विरोध कर दिया। सुबह से ही हाथों में शराब के विरोध का बैनर और हाथों में लठ लिए महिलाएं शराब दुकान के पास पहुंच गईं थीं। अधिकारियों ने भी मौके पर महिलाओं को समझाने की कोशिश की और उन्हें कार्रवाई का डर दिखाया। इसके बावजूद महिलाएं अड़ी रहीं और शराब दुकान नहीं खुलने दी। 

प्रदेश में काेरोना संक्रमण

  • बस्तर में रैपिड किट जांच में कोरोना के तीन नए केस मिले। इन्हें देर रात मेडिकल कॉलेज जगदलपुर लाया गया है। पीसीआर जांच के बाद ही पुष्टि हो सकेगी।
  • कोंडागांव के कोरमेल में बिहार से आया, दूसरा व्यक्ति अहमदाबाद और तीसरी महिला बिहार से आने वाले व्यक्ति की रिश्तेदार है।
  • कटघोरा में 16 अप्रैल के बाद कोई नया केस नहीं आया है। वहां के मरीज 4 अप्रैल से भर्ती होना शुरू हुए और सभी 27 की छुट्‌टी हो चुकी है।
  • छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के अब तक 58 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें क्वारैंटाइन सेंटर से भागे झारखंड के पॉजिटिव दो मजदूरों को जाेड़ दें तो यह संख्या 60 होती है। 
  • संक्रमितों में अब तक सबसे ज्यादा कोरबा जिले से 28, सूरजपुर 6, रायपुर 7, दुर्ग 8, कवर्धा 6, राजनांदगांव और बिलासपुर से एक-एक पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं।
  • प्रदेश में अब एक्टिव केस की संख्या 22 है। अब सूरजपुर के 6, दुर्ग के 8, कवर्धा के 6 और रायपुर के दो मरीजों का इलाज एम्स में चल रहा है। 

कोरोना अपडेट्स

रायपुर : आमानाका इलाके में मिले कोरोना पॉजिटिव युवक की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। वह पिछले 15 दिन में करीब 50 लोगों के यहां कूलर सुधारने गया था। सभी के नाम-पते लेकर संपर्क करना शुरू कर दिया गया। प्रशासन ने बस्ती का कुछ हिस्सा सील कर दिया है। डाॅक्टरों का अनुमान है कि वह अपने काम के सिलसिले में ही किसी संक्रमित के संपर्क में आया होगा। उसके घरवालों के भी सैंपल लिए गए हैं, जिनकी जांच रिपोर्ट मंगलवार को आएगी।

यह तस्वीर रायपुर के सदर बाजार की है। रायपुर रेड जोन में है, लेकिन यह नजारा आम है। नियम-कायदे सब हवा हो गए। बाइक पर एक नहीं, बल्कि तीन से चार लोग घूम रहे। 

बिलासपुर : जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूल अब लॉकडाउन के बीच भी खुल सकते हैं। प्रिंसिपल स्कूल के जरूरी काम जैसे अकाउंट, साफ सफाई और अन्य काम करने के लिए कुछ स्टाफ को भी बुला सकते हैं। हालांकि पैरेंट्स और बच्चों को अगले आदेश तक स्कूल में प्रवेश नहीं मिलेगा। स्कूल में किसी तरह की पढ़ाई नहीं होगी सिर्फ जरूरी काम और साफ-सफाई ही होगी।


दुर्ग : जिले में 24 घंटों के अंदर 8 कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद सोशल ट्रांसमिशन का खतरा बढ़ा है। इसमें बड़ी चूक सामने आई है। संक्रमित मिले सभी 3 से 14 दिनों में 5 प्रदेशों से आए और उनकी बाॅर्डर पर जांच नहीं हुई। राहत शिविर से बाहर निकलकर लोग घूमते रहे। सिर्फ फाइलों में जिले की सीमाएं सील हुईं। जो पॉजिटिव मिले सभी बिना ई-पास के आए। रैपिड किट तक से जांच नहीं की गई। क्वारैंटाइन करने की जगह उन्हें राहत शिविर में भेजा गया। 

यह तस्वीर भिलाई की है। शराब लेने के लिए लोगों ने सड़कों तक पर भीड़ जुट गई। इससके चलते एक तरफ की पूरी सड़क ही बाधित हो गई।



Log In Your Account