रतलाम प्रशासनिक अमले की इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली तस्वीर सामने आई है। यहां बीते 3 दिन पहले लावारिस हालत में मृत मिले मिले युवक को जिम्मेदारों के द्वारा कचरे के ढेर में दफना दिया गया। इस बात का खुलासा परिजनों द्वारा बेटे की गुम होने की सूचना दिए जाने के बाद हुआ। कचरे के ढेर की खुदाई के 24 घंटे बाद पीड़ित परिजनों को उनके बेटे का शव मिल सका है।
कचरे के ढेर में से निकले बेटे के शव को देख परिजनों की आत्मा तड़प उठी। मृतक की मां का कहना है कि जिम्मेदारों को इंसानियत बरतनी चाहिए और किसी भी व्यक्ति के लावारिस शव को इस तरह से कचरे के ढेर में नहीं दफनाना चाहिए।
मौके पर मौजूद लोगों को जब जिम्मेदारों की यह हरकत पता चली तो वह भी कह उठे कि इस घटनाक्रम को देख कर लग रहा है कि जिम्मेदारों का जमीर और उनकी इंसानियत मर चुकी है।
कचरे के ढेर में से बेटे के शव को निकलता देख पिता की आंखों से आंसू के सिवाय और कुछ नहीं निकला। जिम्मेदारों की इस हरकत को देख वह कुछ बोलना भी पसंद नहीं करते थे।