नार्थ जोन का सोशल मीडिया संयोजक एडवोकेट गीत सेठी ने बताया आजादी की गौरव यात्रा पहुंची
गुजरात के गांधी धाम से दिल्ली राजघाट तक कांग्रेस सेवा दल कार्यकर्ताओं द्वारा निकाली जा रही आजादी की गौरव यात्रा का जयपुर पहुंचने पर स्वागत किया गया।6 अप्रैल को गुजरात के साबरमती आश्रम से शुरू हुई कांग्रेस सेवादल की आजादी की गौरव यात्रा गुजरात और राजस्थान के कई जिलों से होते हुए जयपुर पहुंची. जहां कांग्रेस सेवादल की आजादी की गौरव यात्रा के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जेएलएन मार्ग स्थित गांधी सर्किल से अल्बर्ट हॉल तक पदयात्रा निकाली. उसके बाद यह पदयात्रा सभा में बदली. जिसमें मुख्यमंत्री गहलोत, पीसीसी चीफ सहित कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद रहे.
गुजरात के गांधी धाम से दिल्ली राजघाट तक कांग्रेस सेवा दल कार्यकर्ताओं द्वारा निकाली जा रही आजादी की गौरव यात्रा का जयपुर पहुंचने पर स्वागत किया गया. जयपुर में गांधी सर्किल पर सबसे पहले रामधुनी का आयोजन हुआ. उसके बाद हाथ में तिरंगा लिए हुए पदयात्रा अल्बर्ट हॉल नेहरू की प्रतिमा तक पहुंची. प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में पदयात्रा निकाली गई. पदयात्रा में कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी भाई देसाई, आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़, सहित विभिन्न बोर्ड-निगमों के चेयरमैन और कई विधायक शामिल हुए.
अल्बर्ट पर मुख्यमंत्री गहलोत और पीसीसी चीफ डोटासरा के संबोधन के बाद कांग्रेस सेवादल की आजादी की गौरव यात्रा अपने अगले पड़ाव के के लिए रवाना हो गई. कांग्रेस सेवा दल का अगला पड़ाव कूकस है. उसके बाद कल सुबह 6 बजे पदयात्रा चंदवाजी के लिए रवाना हो जाएगी और उसके बाद चंदवाजी होते हुए मनोहरपुर, शाहपुरा, पावटा, कोटपूतली, बहरोड, शाहजहांपुर होते हुए हरियाणा में प्रवेश करेगी और हरियाणा के रेवाड़ी, गुड़गांव होते हुए 6 जून को दिल्ली के राजघाट पर जाकर संपन्न हो जाएगी. इधर आजादी की गौरव यात्रा गुजरात बॉर्डर से लेकर अलवर जिले के शाहजहांपुर बॉर्डर तक करीब 707 किलोमीटर की पदयात्रा है. तीन राज्यों गुजरात, राजस्थान और हरियाणा में सबसे ज्यादा यात्रा राजस्थान में ही निकाली जा रही है.
गीत सेठी जी ने कहा साथ मैं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के बेहतर इस्तेमाल को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं को टिप्स दिए।
बहरहाल, आजादी के बाद केंद्र की भाजपा सरकार की असफल नीतियों के खिलाफ देश में संविधान की एवं देश की रक्षा के लिए सबसे बड़ी आजादी की गौरव यात्रा है. देश में अंग्रेजों के कुशासन के खिलाफ गांधी की दांडी यात्रा ने इतिहास रचा था. केंद्र की भाजपा सरकार की तानाशाही के खिलाफ आजादी की गौरव यात्रा नया इतिहास रचने जा रही है.