पिछले दिनों देश भर के तमाम हिस्सों में फंसे मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए रेलवे (Indian Railway) ने श्रमिक ट्रेनें (Shramik Trains) चलाईं। लेकिन सवाल ये था कि आखिर इसका खर्च कौन वहन करेगा? केंद्र सरकार या राज्य सरकार? इसी बीच रेलवे ने कुछ गाइडलाइन्स जारी करते हुए साफ कर दिया कि किसकी क्या जिम्मेदारी होगी। रेलवे ने उन गाइडलाइन्स में साफ कहा कि रेल किराए का बोझ राज्य वहन करेंगे और वह ये किराया यात्रियों से वसूल कर के रेलवे को सौंपेंगे। यहां से ही शुरू हुआ केंद्र सरकार की आलोचनाओं का दौर, जिस पर खूब राजनीति हुई। आखिरकार केंद्र सरकार को भी इसमें कूदना ही पड़ गया। केंद्र सरकार/ रेलवे ने दिया मौकारेल किराए पर जो राजनीतिक बवाल मचा है, उसका मौका खुद केंद्र सरकार ने ही दिया है। रेलवे ने ही अपनी गाइडलाइंस में साफ-साफ कहा था कि किराया राज्यों द्वारा यात्रियों से वसूला जाएगा और फिर रेलवे को सौंपा जाएगा। न तो रेलवे ना ही केंद्र सरकार के किसी मंत्री ने ये सोचा कि जो मजदूर पहले से ही सरकारी सहायता के तहत खाना खा रहे हैं, वह किराए के पैसे कहां से लाएंगे। वैसे भी श्रमिक ट्रेन कमाई करने के लिए नहीं, बल्कि बचाव और राहत कार्य के लिए चलाई जा रही हैं। कांग्रेस ने तुरंत भुनाया मौका केंद्र सरकार ने कांग्रेस को रेल किराए पर राजनीति करने का एक मौका दिया, जिसे सोनिया गांधी ने तुरंत भुना लिया। उन्होंने कहा कि जो मजदूर देश की रीढ़ हैं, इस मुश्किल घड़ी में उन्हें हर मदद दी जानी चाहिए, इसलिए कांग्रेस ने फैसला किया है कि मजदूरों का रेल किराया कांग्रेस वहन करेगी। इससे पहले राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर सवाल भी उठाया कि जब गुजरात में एक कार्यक्रम के लिए सरकार 100 करोड़ रुपये ट्रांसपोर्ट और खाने के नाम पर खर्च कर सकती है, रेलवे 151 करोड़ रुपए पीएम कोरोना फंड में दे सकती है तो मजदूरों के मुफ्त रेलयात्रा क्यों नहीं करा सकती? Rahul Gandhi ✔@RahulGandhi एक तरफ रेलवे दूसरे राज्यों में फँसे मजदूरों से टिकट का भाड़ा वसूल रही है वहीं दूसरी तरफ रेल मंत्रालय पीएम केयर फंड में 151 करोड़ रुपए का चंदा दे रहा है। जरा ये गुत्थी सुलझाइए! 59.6K 8:57 AM - May 4, 2020 Twitter Ads info and privacy 27.4K people are talking about this भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भी की आलोचना सोनिया गांधी के विरोध के बाद भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भी मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा- 'भारत सरकार की यह कैसी संवेदनहीनता है कि भूखे-प्यासे प्रवासी मज़दूरों से रेल किराया वसूल रही है! जो भारतीय विदेशों में फंसे थे उन्हें फ्लाइट से मुफ़्त में वापस लाया गया। अगर रेलवे अपने फ़ैसले से नहीं हटती है तो पीएम केयर्स के पैसे का इस्तेमाल क्यों नहीं किया जा रहा है?' Subramanian Swamy ✔@Swamy39 How moronic of the Government of India to charge steep rail fares from the half starved migrant labourers! Indians stranded abroad were brought back free by Air India. If Railways refuse to budge then why not make PM CARES pay instead? 45.8K 9:11 AM - May 4, 2020 Twitter Ads info and privacy 14.7K people are talking about this आखिर खुद भाजपा को देनी पड़ी सफाई रेल किराए को लेकर मोदी सरकार की इतनी आलोचना हुई कि खुद भाजपा को ही मैदान में कूदना पड़ा। भाजपा ने साफ किया कि रेलवे ने प्रवासी मजदूरों के लिए चलाई जा रही स्पेशल ट्रेन के किराए का 85 फीसदी देने का फैसला किया है और 15 फीसदी राज्यों से वसूला जाएगा, जो मानक किराया होगा। भाजपा के आईटी सेल हेड अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा, "गृह मंत्रालय की गाइडलाइन में स्पष्ट है कि स्टेशनों पर कोई टिकट नहीं बिकेगा। रेलवे 85 प्रतिशत सब्सिडी दे रही है तो 15 प्रतिशत खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। प्रवासी मजदूरों को कोई पैसा नहीं देना है। सोनिया गांधी क्यों नहीं कांग्रेस शासित प्रदेशों को खर्च उठाने के लिए कहतीं।" Amit Malviya ✔@amitmalviya Shame on Congress for politicising migrant movement issue. MHA guidelines are clear. “No tickets to be sold at any station” Railway has subsidised 85% and State Govts pay rest 15% (like Madhya Pradesh is) Migrants DON’T pay! Why doesn’t Sonia ask Congress state Govts to pay? 3,284 11:02 AM - May 4, 2020 Twitter Ads info and privacy 1,987 people are talking about this अमित मालवीय ने एक अन्य ट्वीट में कहा, "कांग्रेस इस बात से दरअसल परेशान है कि कोविड-19 को भारत ने बेहतर तरीके से कैसे हैंडल किया। कांग्रेस और अधिक लोगों को कोरोना का शिकार देखना चाहती है। यही वजह है कि लोगों के आवागमन को प्रोत्साहित करने की कोशिश कर रही है। ऐसा होने पर संक्रमण और तेज गति से बढ़ेगा, जैसे इटली में हुआ था, क्या सोनिया गांधी यही चाहती हैं।" Amit Malviya ✔@amitmalviya Congress is obviously upset at how well India has handled #Covid. They would have ideally wanted a lot more people to suffer and die. Promoting indiscriminate movement of people would lead to faster spread of infection, just like we saw in Italy. Is this what Sonia Gandhi wants? 4,657 11:16 AM - May 4, 2020 Twitter Ads info and privacy 2,269 people are talking about this बिहार-एमपी बोले वह देंगे अपने मजदूरों का किराया रेल किराए पर हो रही राजनीति के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि किसी भी मजदूर को रेल किराया देने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा- 'मैं बिहार के लोगों को वापस भेजने के सुझाव पर विचार करने के लिए केंद्र को धन्यवाद देना चाहता हूं। अन्य राज्यों में फंसे बिहार के लोगों को वापस बिहार भेजने के लिए केंद्र को शुक्रिया। किसी को भी टिकट के लिए भुगतान नहीं करना पड़ेगा। उनके लिए यहां क्वारनटीन सेंटर बनाया गया है।' वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने भी ट्वीट कर के कहा है कि किसी भी मजदूर से ट्रेन में किराया नहीं लिया जाएगा। मजदूरों का लाना का किराया खुद मध्य प्रदेश सरकार वहन करेगी। बघेल ने किराया वसूलने को कहा हास्यास्पद बाकी पार्टियां भी केंद्र सरकार के फैसले पर अपना विरोध करने से नहीं चूकीं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्यों से किराया वसूलने की बात मजाक लगती है। मजदूरों के लिए चलाई जाने वाली ट्रेन में राज्यों से किराया नहीं वसूलना चाहिए। अखिलेश बोले, गरीब के खिलाफ है भाजपा यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा ट्रेन से वापस घर ले जाए जा रहे गरीब, बेबस मजदूरों से भाजपा सरकार द्वारा पैसे लिए जाने की खबर बेहद शर्मनाक है। आज साफ हो गया है कि पूंजीपतियों का अरबों माफ करने वाली भाजपा अमीरों के साथ है और गरीबों के खिलाफ। Akhilesh Yadav ✔@yadavakhilesh ट्रेन से वापस घर ले जाए जा रहे गरीब, बेबस मज़दूरों से भाजपा सरकार द्वारा पैसे लिए जाने की ख़बर बेहद शर्मनाक है. आज साफ़ हो गया है कि पूँजीपतियों का अरबों माफ़ करनेवाली भाजपा अमीरों के साथ है और गरीबों के ख़िलाफ़. विपत्ति के समय शोषण करना सूदखोरों का काम होता है, सरकार का नहीं. 35.6K 7:08 AM - May 3, 2020 Twitter Ads info and privacy 11.3K people are talking about this जिनसे किराया वसूला गया, उनका क्या? भले ही अब केंद्र से लेकर राज्य सरकारें तक मजदूरों की हिमायती बन रही हैं, लेकिन जिनसे किराया वसूला जा चुका है उनका क्या? कांग्रेस और सपा ने भी विरोध करने में काफी देर कर दी, वरना शायद जिन मजदूरों को किराया देना पड़ा, उन्हें भी रियायत मिल जाती। बता दें कि नासिक से भोपाल के लिए मजदूरों से रेलवे ने 315 रुपए प्रति यात्री वसूल किया है। हद की बात तो ये है कि मजदूरों का दावा है वो टिकट 305 रुपए का था, जिसके उन्होंने 315 रुपए चुकाए। देखना दिलचस्प होगा कि मोदी सरकार उनके लिए क्या घोषणा करती है।
Rahul Gandhi ✔@RahulGandhi एक तरफ रेलवे दूसरे राज्यों में फँसे मजदूरों से टिकट का भाड़ा वसूल रही है वहीं दूसरी तरफ रेल मंत्रालय पीएम केयर फंड में 151 करोड़ रुपए का चंदा दे रहा है। जरा ये गुत्थी सुलझाइए! 59.6K 8:57 AM - May 4, 2020 Twitter Ads info and privacy
एक तरफ रेलवे दूसरे राज्यों में फँसे मजदूरों से टिकट का भाड़ा वसूल रही है वहीं दूसरी तरफ रेल मंत्रालय पीएम केयर फंड में 151 करोड़ रुपए का चंदा दे रहा है। जरा ये गुत्थी सुलझाइए!
Subramanian Swamy ✔@Swamy39 How moronic of the Government of India to charge steep rail fares from the half starved migrant labourers! Indians stranded abroad were brought back free by Air India. If Railways refuse to budge then why not make PM CARES pay instead? 45.8K 9:11 AM - May 4, 2020 Twitter Ads info and privacy
How moronic of the Government of India to charge steep rail fares from the half starved migrant labourers! Indians stranded abroad were brought back free by Air India. If Railways refuse to budge then why not make PM CARES pay instead?
Amit Malviya ✔@amitmalviya Shame on Congress for politicising migrant movement issue. MHA guidelines are clear. “No tickets to be sold at any station” Railway has subsidised 85% and State Govts pay rest 15% (like Madhya Pradesh is) Migrants DON’T pay! Why doesn’t Sonia ask Congress state Govts to pay? 3,284 11:02 AM - May 4, 2020 Twitter Ads info and privacy
Shame on Congress for politicising migrant movement issue. MHA guidelines are clear. “No tickets to be sold at any station” Railway has subsidised 85% and State Govts pay rest 15% (like Madhya Pradesh is) Migrants DON’T pay! Why doesn’t Sonia ask Congress state Govts to pay?
Amit Malviya ✔@amitmalviya Congress is obviously upset at how well India has handled #Covid. They would have ideally wanted a lot more people to suffer and die. Promoting indiscriminate movement of people would lead to faster spread of infection, just like we saw in Italy. Is this what Sonia Gandhi wants? 4,657 11:16 AM - May 4, 2020 Twitter Ads info and privacy
Congress is obviously upset at how well India has handled #Covid. They would have ideally wanted a lot more people to suffer and die. Promoting indiscriminate movement of people would lead to faster spread of infection, just like we saw in Italy. Is this what Sonia Gandhi wants?
Akhilesh Yadav ✔@yadavakhilesh ट्रेन से वापस घर ले जाए जा रहे गरीब, बेबस मज़दूरों से भाजपा सरकार द्वारा पैसे लिए जाने की ख़बर बेहद शर्मनाक है. आज साफ़ हो गया है कि पूँजीपतियों का अरबों माफ़ करनेवाली भाजपा अमीरों के साथ है और गरीबों के ख़िलाफ़. विपत्ति के समय शोषण करना सूदखोरों का काम होता है, सरकार का नहीं. 35.6K 7:08 AM - May 3, 2020 Twitter Ads info and privacy
ट्रेन से वापस घर ले जाए जा रहे गरीब, बेबस मज़दूरों से भाजपा सरकार द्वारा पैसे लिए जाने की ख़बर बेहद शर्मनाक है. आज साफ़ हो गया है कि पूँजीपतियों का अरबों माफ़ करनेवाली भाजपा अमीरों के साथ है और गरीबों के ख़िलाफ़. विपत्ति के समय शोषण करना सूदखोरों का काम होता है, सरकार का नहीं.