धनबाद. अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों व स्टूडेंट्स को झारखंड लाने का सिलसिला जारी है। सोमवार को धनबाद समेत झारखंड के 10 जिलाें के मजदूराें काे लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन केरल से धनबाद पहुंची। स्टेशन से बाहर आने पर कई मजदूरों ने कहा- 860 रुपए दिए तब उन्हें ट्रेन में बिठाया गया। 24 काेच वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन में लगभग 2 हजार श्रमिक थे। इस ट्रेन में धनबाद के अलावे बाेकाराे, गिरिडीह, काेडरमा और संथाल के छह जिलाें के श्रमिक थे। सभी मजदूरों को स्क्रीनिंग के बाद बसों की सहायता से उनके जिलों में भेजा गया। वहां से उन्हें उनके घर भेजा जाएगा। जहां 14 दिनों तक सभी मजदूर होम क्वारैंटाइन में रहेंगे।
इधर, राजस्थान के काेटा में फंसे राज्य के 10 जिलाें के 956 स्टूडेंट्स को लेकर श्रमिक (प्रवासी) एक्सप्रेस रविवार शाम 4 बजे धनबाद पहुंची थी। 19 घंटे में 1322 किलाेमीटर का सफर तय कर धनबाद पहुंचे बच्चों को बोगियों से निकलने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए पहले एक बोगी से छात्रों को निकाला गया, उनकी जांच हुई, फिर उन्हें परिसार से बाहर भेजा गया। इसके बाद दूसरी बोगी से बच्चों को निकाला गया। फिर धनबाद के स्टूडेंटस काे छाेड़कर बाकी जिलाें के स्टूडेंट्स काे बसों से संबंधित जिला भेज दिया गया।
डीएस काॅलाेनी में आई मोबाइल एटीएम
इधर, डीएस कॉलोनी में सोमवार को एक मोबाइल एटीएम लाई गई। लोगों ने इससे कैश निकाला। दरअसल, कंटेनमेंट एरिया हाेने के कारण 15 दिनों से यहां कर्फ्यू लागू है। घरों से निकलने पर पाबंदी और एटीएम तक जाने की छूट नहीं होने की वजह से मोबाइल एटीएम की सुविधा दी गई। वहीं, खाद्य सामग्री सहित अन्य जरूरी सामान लाेगाें तक मुहैया कराने के लिए जिला प्रशासन ने कुछ दुकानाें काे चिह्नित किया है। वालेंटियर्स के जरिए दुकानदार लाेगाें तक सामान पहुंचा रहे हैं।