इंदौर: थोक कारोबारियों को माल भेजने की इजाजत, आम आदमी की गतिविधियों पर रोक, बेवजह निकले तो सीधे जेल भेजा जाएगा
Posted By: Himmat Jaithwar
5/4/2020
इंदौर. लॉकडाउन 3.0 सोमवार से शुरू हो गया है। केंद्र ने गाइडलाइन जारी कर कई तरह की रियायतें देने की बात कही है, लेकिन हॉटस्पॉट में शामिल इंदौर में इसे लेकर प्रशासन अलर्ट है। अधिक छूट देने के बजाय सख्ती कर कोरोना की चेन तोड़ने और औद्योगिक गतिविधि शुरू करने पर जोर है। प्रशासन ने कंटेनमेंट एरिया में सख्ती और बाहर रियायत को भी खतरनाक माना है इसलिए पूरे शहर में ही एक जैसी सख्ती लागू रहेगी। कलेक्टर मनीष सिंह ने तीसरे लॉकडाउन को लेकर बताया कि स्थिति पहले से 80 फीसदी नियंत्रण में आ गई है, लेकिन अभी 15 दिन तक सख्ती जरूरी है। घर से बेवजह निकलने की मंजूरी तो नहीं देंगे, दो सप्ताह बाद शहर की स्थिति देखने के बाद चरणबद्ध तरीके से आगे राहत मिलेगी। बेवजह निकले तो सीधे जेल भेजेंगे। इसके अलावा थोक कारोबारियों को अनुमति दे रहे कि वह जिले के बाहर माल भेजें। 99% दाल, आटा, बेसन मिलों को खोलने की मंजूरी दी है, बाकी को एक-दो दिन में देंगे।
मेरे शहर में किन-किन चीजों की परमिशन होगी, क्या-क्या छूट होगी, क्या-क्या सर्विस खुलेगी
चार पहिया-दोपहिया वाहन, ऑटो, टैक्सी, कैब |
नहीं |
किराना-मोबाइल-स्टेशनरी-कपड़े की दुकानें |
नहीं |
33% स्टाफ के साथ निजी दफ्तर खुलेंगे |
नहीं |
इलेक्ट्रिशन, प्लंबर, कारपेंटर सेवाएं |
आंशिक मंजूरी देंगे |
ओपीडी और मेडिकल क्लिनिक |
हां |
शराब, पान दुकान, स्पा और सैलून |
नहीं |
50% यात्रियों के साथ बसें चलेंगी |
नहीं |
शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कंस्ट्रक्शन वर्क |
मनरेगा में निर्माण कार्य को मंजूरी |
ई कॉमर्स से जरूरी सामान मंगा सकेंगे (सिर्फ खाद्य सामग्री) |
हां |
आईटी सेवाएं-डेटा कॉल सेंटर |
नहीं |
दाल, आटा, बेसन मिलें |
99% शुरू |
ग्रामीण क्षेत्रों में औद्याेगिक इकाइयां |
225 को मंजूरी |
शहरी क्षेत्र में उद्योगों का माल परिवहन |
317 को मंजूरी |
थोक कारोबारियों के लिए माल लोड-अनलोड सुविधा |
अनुमति दे रहे |
जहां साइट पर श्रमिक हों, निर्माण कार्य शुरू होंगे |
ग्रामीण क्षेत्र में |
अभी सख्ती, लेकिन कोराेना के रहते कैसे काम करना है, इसकी तैयारी पूरी
- ऑटोमोबाइल : ग्राहकों को वीडियो कॉल से गाड़ी पसंद कराएंगे, ऑनलाइन डॉक्यूमेंट बुलाकर गाड़ी भेजेंगे घर। डिमांड बढ़ने की संभावना, क्योंकि कोरोना के चलते लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर से बचेंगे। छोटी व मध्यम श्रेणी की गाड़ियां ज्यादा बिकेंगी।
- इंडस्ट्रीज : 30 और 50% श्रमिकों के साथ काम करने पर जोर देंगे। कैंपस में ही श्रमिकों के आवास बनाने की योजना भी शुरू हो सकती है। बाहर से श्रमिक बुलाना कम होगा।
- व्यापार-बाजार: थोक कारोबारी ऑनलाइन ऑर्डर लेकर डिलीवरी करने पर जोर देंगे। रिटेल में होम डिलीवरी सिस्टम स्ट्रांग होगा।
- शॉपिंग मॉल्स: हर माॅल के बाहर एक सैनिटाइजेशन टनल, थर्मल स्क्रीनिंग के साथ मेडिकल टीम रहेगी। एक लिमिट के बाद इंट्री बंद रहेगी, ताकि मॉल में एक समय में 200-300 लोग ही रहें।
- आईटी : वर्क फ्रॉम होम में पूरी क्षमता से काम चल रहा। दफ्तरों की सीटिंग क्षमता आधी करेंगे।
- आईआईटी-आईआईएम: बीटेक, एमटेक, एमएससी, एमएस और पीएचडी छात्रों को कोर्स ऑनलाइन भेज रहे। आईआईएम में करीब 1900 छात्रों को ऑनलाइन इंटरव्यू के लिए चुना है। 4 मई तक इंटरव्यू पूरे होंगे।
- होटल-रेस्त्रां : टेबलों के बीच दूरी बढ़ाएंगे। हर ग्राहक के जाने के बाद सैनिटाइज करेंगे।
- बैंक : बैंकों में ग्राहकों से दूरी के लिए चिह्न बना दिए हैं, रस्सियां लग गई हैं, कर्मचारी भी दूर बैठते हैं। निजी ऑफिस रोस्टर से काम करेंगे, रविवार को भी खुलेंगे।
- सरकारी दफ्तर : ऑनलाइन सेवा, लोक सेवा गारंटी पर अधिक जोर रहेगा। जनसुनवाई फिलहाल नहीं होगी, ऑनलाइन शिकायतें लेंगे। हर दफ्तर के प्रवेश द्वार पर स्क्रीनिंग होगी।
- पुलिस : एफआईआर ऑनलाइन पोर्टल से ली जाएगी। बदमाशों की कोर्ट पेशी भी ऑनलाइन से करवाने की कोशिश है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए जवान पीपीई किट पहनकर जाएंगे। ब्रिथ एनालाइजर का प्रयोग बंद होगा।
- यूनिवर्सिटी : डीएवीवी का 75 दिन का एक्शन प्लान लगभग तैयार है। एडमिशन की 90 फीसदी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। परीक्षा में पेपर 3 के बजाय 2 घंटे का होगा। एक टेबल पर एक छात्र बैठेगा, वह भी मास्क लगाकर।
- स्कूल: कई सीबीएसई स्कूलों ने ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की। सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए राज्य शिक्षा केन्द्र ने आकाशवाणी से शैक्षणिक कार्यक्रम शुरू किया है।
- धार्मिक स्थल : कोई बड़ा आयोजन या समागम नहीं होगा। प्रसाद, हार-फूल के इस्तेमाल पर रोक लगेगी, बड़े मंदिरों के प्रवेश द्वारों पर लगेंगे सैनिटाइजेशन गेट। मस्जिदों में कम लोग जाएंगे, घर से नमाज पढ़ेंगे।