नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्वर्गीय पिता की अस्थियां लेकर बद्रीनाथ गए भाजपा विधायक अमनमणि त्रिपाठी को उत्तराखंड में गिरफ्तार कर लिया गया। विधायक त्रिपाठी के साथ 10 लोग थे, सभी को गिरफ्तार किया गया। विधायक ने बताया कि उनके पास उत्तराखंड शासन द्वारा जारी परिवहन पास थे फिर भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
विधायक अमनमणि त्रिपाठी के अनुसार घटनाक्रम का विवरण
विधायक अमनमणि त्रिपाठी ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्वर्गीय पिता के पितृ कार्य के निमित्त बदरीनाथ जा रहे हैं। उनके पास बाकायदा उत्तराखंड के अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश और देहरादून के अपर जिलाधिकारी रामजी शरण के हस्ताक्षर से जारी अनुमति पत्र भी थे। पत्र में बदरीनाथ के साथ ही केदारनाथ यात्रा की भी अनुमति दी गई है। बावजूद इसके पुलिस ने उन्हें आगे नहीं जाने दिया। कुछ देर हंगामा करने के बाद विधायक लौट गए। देर रात उत्तर प्रदेश के विधायक अमनमणि त्रिपाठी के काफिले को व्यासी पुलिस चौकी थाना मुनिकीरेती की टीम ने रोक कर विधायक समेत एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में सभी को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया।
स्थानीय प्रशासन द्वारा घटना का विवरण
घटना रविवार दोपहर की है। उत्तर प्रदेश के चर्चित नेता अमरमणि त्रिपाठी के विधायक पुत्र अमनमणि त्रिपाठी तीन कारों के काफिले में कर्णप्रयाग के पास गौचर चेकपोस्ट पर पहुंचे। उनके साथ 10 लोग और थे। यहां तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया। इस पर विधायक ने पुलिसकर्मियों को अनुमति पत्र दिखाया, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं दी। आरोप है कि विधायक ने पुलिसकर्मियों से अभद्रता शुरू कर दी। इसकी सूचना कर्णप्रयाग के एसडीएम वैभव गुप्ता को दी गई। एसडीएम ने विधायक से फोन पर बात की। एसडीएम वैभव गुप्ता ने बताया कि उन्होंने विधायक को नियमों के बारे में जानकारी दी। विधायक को बताया गया कि भले ही उनके पास अनुमति है, लेकिन नियमानुसार उन्हें क्वारंटाइन करना होगा। बावजूद इसके विधायक कुछ सुनने को तैयार नहीं थे। उन्होंने एसडीएम से कहा कि मेरे पास बदरीनाथ और केदारनाथ जाने के लिए अनुमति पत्र है।
एसडीएम ने बताया कि उन्होंने मुझसे भी अभद्रता की। एसडीएम ने बताया कि विधायक ने फोन पर चमोली की जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया और पुलिस अधीक्षक यशवंत चौहान से भी बात की, अधिकारियों ने उन्हें बताया कि बदरीनाथ धाम के कपाट बंद हैं और उन्हें आगे यात्रा की अनुमति नहीं दी जा सकती। पुलिस और प्रशासन के तेवरों के बाद काफिला लौट गया। बाद में डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक वे लोग लौट चुके थे।
उत्तराखंड सरकार का बयान
डॉ. धन सिंह रावत (राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उत्तराखंड) का कहना है कि उप्र के विधायक अमनमणि त्रिपाठी को कर्णप्रयाग (चमोली) से वापस लौटा दिया गया। बदरीनाथ-केदारनाथ यात्रा की किसी को अनुमति नहीं है। लिहाजा, इन्हें वापस लौटाया गया है। इन्हें बदरीनाथ, केदारनाथ जाने की अनुमति कैसे मिली, इसकी पड़ताल कराई जाएगी।