भोपाल. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को असली हीरो बताया है। उन्होंने रविवार को किए ट्वीट में कहा, "पिछली कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में त्राही-त्राही मचा दी थी। भ्रष्टाचार में लिप्त सरकार को उखाड़ फेंकने में मदद करने वाले ही असली लीडर, असली हीरो होते हैं। सिंधिया जी ऐसे नेता है, जिन्होंने प्रदेश का हित सर्वोपरि रखा और भ्रष्ट सरकार से अपने साथियों समेत किनारा किया।" ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक 22 विधायकों के इस्तीफा देने के कारण ही मध्य प्रदेश में भाजपा की सत्ता में वापसी हुई है।
शिवराज ने एक अन्य ट्वीट में सरकार बनने के 40 दिन बाद उन्हें समर्थन देने वाले विधायकों का आभार जताया है। उन्होंने ट्वीट किया, "मैं मेरे उन सभी साथियों का भी सम्मान करता हूं, जिन्होंने कमलनाथ जी की स्वकेंद्रित बंटाधार सरकार को गिराने के लिए और प्रदेश की उन्नति के लिए अपनी-अपनी राजनीतिक साख को दांव पर लगा दिया। सारे पदों को त्याग दिया!। अति कठोर निर्णय लिया और उस पर अडिग रहे।"
बोले- प्रदेश का मुखिया एक परिवार की पूजा में लिप्त था
शिवराज सिंह ने कहा कि सरकार बनाने और चलाने के लिए प्रजा हित को सर्वोपरि रखना पड़ता है। जो प्रदेश के मुखिया प्रजा को छोड़ एक परिवार की पूजा में लिप्त रहते हैं, वो कभी जनता की सरकार बना नहीं सकते और अगर गलती से कभी बना भी लें तो ज़्यादा दिन चला नहीं सकते।
विधायकों के साथ छोड़ने का दिग्विजय सिंह को भी भरोसा नहीं था: कमलनाथ
इधर, कमलनाथ ने रविवार को यहां वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा- दिग्विजय सिंह को भी इस बात का भरोसा नहीं था कि 22 पार्टी विधायक इस तरह प्रलोभन के चलते हमारा साथ छोड़ देंगे। कमलनाथ ने कहा कि हमारे पास पूरी सूची है कि इन 22 तत्कालीन विधायकों के क्या-क्या काम सरकार में किए गए। लेकिन, अब वे इन बातों में जाना नहीं चाहते। कहा- आने वाले समय में राज्य में 24 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। मतदाता जागरूक हैं। वे समझ गए हैं कि उनके साथ धोखा हुआ है। इसलिए कांग्रेस को उम्मीद है कि इनमें अधिकांश सीटों पर वे चुनाव जीतेंगे और फिर यह सरकार (भाजपा) कैसे सत्ता में रहेगी।