इन्दौर। कोविड-19 के तहत आमजन की शिकायतों के निराकरण के लिए 6 अप्रैल 2020 को प्रशासनिक संकुल भवन में कलेक्टर हेल्पलाइन की शुरूआत की गई। शुरुआती दौर में कलेक्ट्रेट कार्यालय के लिपिक, ऑपरेटर एवं पटवारी को यह दायित्व सौंपा गया लेकिन इसे और प्रभावशाली तरीके से लागू करने के लिए समृद्धि कॉल सेंटर के श्री अनिल शर्मा एवं उनके कॉल सेंटर का सहयोग लिया गया। 0731-2363009 पर कॉल कर ले सकते हैं मदद, राउंड-द-क्लॉक उपलब्ध है यह सुविधा।
15 अप्रैल 2020 से कॉरपोरेट हाउस की छठी मंजिल पर स्थित समृद्धि कॉल सेंटर द्वारा कलेक्टर हेल्पलाइन का राउंड-द-क्लॉक संचालन किया जा रहा है। शुरुआती कॉल की तुलना में लगभग 5 गुना कॉल्स की संख्या बढ़ी है। तीन शिफ्ट में लगभग 24 लोग इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं। आईएएस श्री चंद्र मौली शुक्ला द्वारा हेल्पलाइन को और प्रभावी बनाने की दृष्टि से ग्रीन एवं यलो अस्पताल से जुड़ी समस्याओं का नियंत्रण भी कलेक्टर हेल्पलाइन से किया जा रहा है। कंट्रोल रूम में कंप्यूटर सिस्टम से अस्पताल में खाली, भर्ती एवं न्यू एडमिशन वाले मरीजों की स्थिति का आंकलन किया जा रहा है।
इस कार्य के नोडल अधिकारी संयुक्त कलेक्टर श्री सत्येंद्र सिंह ने बताया कि, पहले एक बहुत बड़ी समस्या थी कि, ग्रीन अस्पताल वाले मरीज़ को कौन सी यलो अस्पताल में भेजा जाए? इसके लिए प्रत्येक अस्पताल को बारी-बारी फोन लगाकर, खाली बैड की जानकारी ली जाती थी तत्पश्चात मरीज को भेजने की व्यवस्था हो पाती थी। इसमें काफी समय लगता था एवं कभी-कभी तो मरीज की हालत भी ज्यादा खराब हो जाती थी। श्री सत्येंद्र ने बताया कि नयी व्यवस्था को अंजाम देने के लिए तीन चिकित्सकों श्री सुबोध चतुर्वेदी, श्री चेतन पाटीदार एवं डॉ अग्रवाल की ड्यूटी लगाई गई है जो प्रति घंटे यलो अस्पताल के नोडल अधिकारी से संपर्क कर खाली, भर्ती एवं नए एडमिशन वाले मरीजों की जानकारी का अध्ययन करते रहते हैं। इससे पेशेंट को ग्रीन से यलो अस्पताल शिफ्टिंग में समस्या नहीं आती।
श्री सत्येंद्र ने बताया कि 17 अप्रैल 2020 से ओला एंबुलेंस की सेवा प्रारंभ की गई जिसका नियंत्रण भी कलेक्टर हेल्प लाइन से किया जा रहा है। साथ ही उबर एंबुलेंस सेवा का नियंत्रण भी इसी हेल्पलाइन के माध्यम से किया जा रहा है। इस हेल्पलाइन का पिछले दिनों केंद्रीय दल, संभागायुक्त श्री आकाश त्रिपाठी एवं कलेक्टर श्री मनीष सिंह द्वारा भी निरीक्षण किया गया एवं हेल्पलाइन के कार्यो की सराहना की गई।