भोपाल। राजधानी जेल मुख्यालय में घुसकर शातिर चोरों ने एयरकंडीशनर, प्रोजेक्टर और साउंड मशीन समेत करीब एक लाख रुपए का माल चुरा लिया। इस वारदात को लॉकडाउन लागू होने के बीते 40 दिनों के भीतर अंजाम दिया गया है। अहम बात ये है कि मुख्यालय की सुरक्षा के लिए 12 फीट ऊंची बाउंड्रीवॉल है और रोजाना अलग-अलग शिफ्ट में 4 संतरी भी तैनात किए जाते हैं। जहांगीराबाद पुलिस को इस वारदात में स्टाफ की मिलीभगत का शक है। अब पुलिस इन 40 दिनों में मुख्यालय आने वाले हर व्यक्ति से पूछताछ की तैयारी कर रही है। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ चोरी का केस दर्ज कर लिया है।
एसआई नवीन पांडे ने बताया कि पुलिस ने ये कार्रवाई जेल कर्मचारी गिरजा शंकर की शिकायत पर की है। जेल प्रबंधन ने गिरजा शंकर के जरिए शिकायती आवेदन भेजा था। बताया था कि लॉकडाउन लागू होने के बाद से ही जेल मुख्यालय का दफ्तर बंद कर दिया गया है। 24 मार्च को यहां के मीटिंग हॉल में भी ताला लगा दिया गया। हॉल की सभी स्लाइडर खिड़कियां भी बंद हैं। दो दिन पहले जब कर्मचारी देखरेख के लिए मीटिंग हॉल में पहुंचे तो अंदर लगा एसी, प्रोजेक्टर और साउंड मशीन गायब थी। कर्मचारियों ने इसकी जानकारी अपने अफसरों को दी। इसके बाद एफआईआर दर्ज करवाई गई।
पुलिस को यकीन है कि इस वारदात में किसी बाहरी गैंग हाथ नहीं है। यदि बाहरी गैंग शामिल हुआ है तो उसका मददगार जेल मुख्यालय का ही है। यहां 6-6 घंटे की शिफ्ट में 4 संतरी (बंदूकधारी) 24 घंटे तैनात रहते हैं। मुख्यालय की बाउंड्रीवॉल 12 फीट की है, जिससे अंदर आना तो संभव हो सकता है, लेकिन एसी लेकर वापस जाना मुमकिन नहीं है। मुख्यालय के मुख्य गेट पर ताला लगा है, जो टूटा नहीं है।
जेल मुख्यालय के हजारों गोपनीय दस्तावेज सुरक्षित
जेल मुख्यालय में हजारों गोपनीय दस्तावेज रखे हैं, इसके बाद भी यहां की सुरक्षा के लिए एक बार में केवल एक ही संत्री तैनात रहता है। जिस मीटिंग हॉल में वारदात हुई, वह आईजी जेल ऑफिस के पास बना है। इसके बाद भी यहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। इतना वजनी सामान चोरी करने के लिए दो या इससे ज्यादा बदमाश आए होंगे। पुलिस ने बीते 40 दिनों में मुख्यालय आने वाले हर व्यक्ति की जानकारी मांगी है। पुलिस इन सभी से पूछताछ करेगी।