झज्जर (हरियाणा). मैं कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए दो बार प्लाज्मा डोनेट कर चुका हूं। इसकी जरूरत 10 बार भी पड़ेगी तो डोनेट करूंगा। ये कहना है तब्लीगी जमात के सदस्य अरशद अहमद का, जिन्हें हरियाणा के झज्जर में एम्स के डेडिकेटेड कोविड-19 सेंटर में क्वारैंटाइन किया गया था। अरशद का कोरोना टेस्ट नेगिटिव आ चुका है।
क्वारैंटाइन सेंटर में घर जैसा माहौल: अरशद
अरशद महाराष्ट्र के अमरावती जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने कोविड-19 सेंटर के बारे में बताया कि डॉक्टर दिन में तीन बार चेकअप करते हैं। स्टाफ बहुत अच्छी तरह देखभाल करता है। मुझे यहां घर जैसा ही महसूस हुआ। अरशद ने अपील की है कि सभी को सरकारी गाइडलाइन माननी चाहिए। हमें हर हाल में को-ऑपरेट करना चाहिए। लॉकडाउन के दौरान हम रमजान की दुआ घरों में ही करें, मस्जिद नहीं जाएं।
कर्नाटक सरकार ने आईएएस मोहम्मद मोहसिन को नोटिस दिया
उन्होंने तब्लीगी जमात के सदस्यों के प्लाज्मा डोनेशन पर सरकार और मीडिया पर कटाक्ष किया था। मोहसिन ने 27 अप्रैल को ट्वीट कर कहा था कि सिर्फ दिल्ली में ही 300 से ज्यादा तब्लीगी हीरो देश सेवा के लिए प्लाज्मा डोनेट कर रहे हैं। इसका क्या? गोदी मीडिया? वे इन हीरो के इंसानियत के लिए किए गए काम को नहीं दिखाएंगे। मोहसिन 1996 बैच के कर्नाटक कैडर के आईएएस हैं। फिलहाल पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में सचिव हैं। प्लाज्मा डोनेशन मामले में उनके ट्वीट पर कर्नाटक सरकार ने उन्हें शुक्रवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
जमात के कार्यक्रम में शामिल कई सदस्य पॉजिटिव
मार्च में दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकजी मस्जिद में तब्लीगी जमात का धार्मिक कार्यक्रम हुआ था। इसमें देश और दुनिया से करीब पांच हजार जमाती शामिल हुए थे। देश के 24 से ज्यादा राज्यों से जमाती इस कार्यक्रम में पहुंचे थे। इनमें से बहुत से जमातियों के टेस्ट पॉजिटिव आए थे।