भोपाल। 38 दिन बाद गुरुवार को 30 फीसदी मैनपाॅवर के साथ सचिवालय (वल्लभ भवन) व निदेशालय (सतपुड़ा व विंध्याचल भवन) खुले। बुधवार को सामान्य प्रशासन विभाग ने कहा था कि सचिवालय में उप सचिव और निदेशालय में अपर संचालक स्तर तक के अधिकारी पहुंचें, लेकिन संख्या कुछ कम रही। निदेशालय के ज्यादातर अधिकारी सिर्फ इसलिए दफ्तरों में नहीं घुसे क्योंकि वह सैनिटाइज नहीं था। धूल भी पड़ी थी। उद्यानिकी विभाग के आयुक्त एम कालीदुर्रई विंध्याचल भवन पहुंचे, लेकिन दफ्तर में धूल और सैनिटाइजेशन नहीं होने के कारण लौट गए।
महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रमुख सचिव अनुपम राजन ने अपने घर से निकलने से पहले प्रोटोकॉल के तहत गाड़ी को सैनिटाइज कराया। इसके बाद दफ्तर गए। स्टॉफ के साथ खुद को टेम्प्रेचर चैक कराया। फिर दफ्तर के फोन से लेकर घंटी तक सैनिटाइज की। गाड़ी में उन्होंने एसी भी बंद ही रखा।
राज्य सरकार ने तीनों महत्वपूर्ण भवनों के लिए एक-एक अधिकारी तैनात किया है जो ऑफिस के सैनिटाइजेशन के साथ यह मॉनिटरिंग करेंगे कि कोविड-19 और लॉकडाउन के प्रोटोकॉल का पालन हो। सचिवालय के लिए धरणेंद्र जैन, सतपुड़ा के लिए राजेश ओगरे और विंध्याचल के लिए आलोक सिंह मॉनिटरिंग करेंगे।