भोपाल. मध्य प्रदेश सरकार आज ऐलान करेगी कि 3 मई को लॉकडाउन की अवधि खत्म होने के बाद कौन-कौन से इलाकों में राहत दी जाए और कहां-कहां लॉकडाउन जारी रहेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार यानि आज शाम मंत्री और अफसरों के अहम बैठक बुलाई है। सरकार इस बात का फैसला करने के बाद अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजेगी। केंद्र की अनुमति मिलने पर 3 मई के बाद, जिलों में नई व्यवस्था लागू की जाएगी। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश में भोपाल, इंदौर और उज्जैन रेड जोन में हैं, प्रदेश के आधे जिले ग्रीन जोन और बाकी ऑरेंज जोन में शामिल हैं।
हालांकि उम्मीद की जा रही है कि सरकार 4 मई से ग्रीन जोन वाले जिलों को लॉकडाउन खुलने के बाद बड़ी राहत दे सकती है। फिलहाल, सरकार ने तय किया है कि ग्रीन जोन वाले जिलों में मुख्य बाजार को छोड़कर गली-मोहल्ला की दुकानों को खोलने की इजाजत दे दी जाए। वहीं, छोटे उद्योगों को शर्तों के साथ अपना शुरू करने की इजाजत देने को लेकर सरकार विशेषज्ञों से चर्चा कर रही है। हालांकि, लॉकडाउन से छूट के इन प्रस्तावों पर अंतिम मुहर मुख्यमंत्री शिवराज की अध्यक्षता में आज होने वाली बैठक में लग जाएगा।
कोरोना संक्रमण में सुधार के संकेत : शिवराज सिंह चौहान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण में कमी आई है। गुरुवार को आई जांच रिपोर्ट में प्रदेश में मात्र 2.4 प्रतिशत कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। भोपाल में 1.9 फीसदी, इंदौर में 2.2 और जबलपुर में 4.4 प्रतिशत पॉजिटिव पाए गए हैं। यह अच्छे संकेत हैं। हम जल्दी ही कोरोना को हरा देंगे। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अब इंदौर की स्थिति में भी तेज गति से सुधार हो रहा है। जांच रिपोर्ट में इंदौर के 451 टेस्ट रिजल्ट में से मात्र 10 पॉजिटिव आए हैं। प्रदेश की 30 अप्रैल की टेस्ट रिपोर्ट में कुल 2617 टेस्ट में से केवल 65 टेस्ट पॉजिटिव आए हैं। भोपाल के 1275 टेस्ट रिजल्ट में से 25 तथा जबलपुर के 157 टेस्ट रिजल्ट में से 7 पॉजिटिव आए हैं। उज्जैन में 94 जांच रिपोर्ट में 11 संक्रमित मामले पाए गए हैं।
आज किसानों को 2990 करोड़ की बीमा राशि देगी सरकार
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक मई यानि आज दोपहर 3 बजे किसानों को कुल 2990 करोड़ फसल बीमा राशि का ऑनलाइन भुगतान करेंगे। इससे प्रदेश के 14 लाख 93 हजार 171 किसान लाभान्वित होंगे। कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि 8 लाख 33 हजार 171 किसानों को खरीफ फसल की बीमा राशि के रूप में एक हजार 930 करोड़ रुपये प्रदान किए जाएंगे। इसी प्रकार, 14 लाख 93 हजार 171 किसानों को रबी फसल की बीमा राशि के रूप में एक हजार 60 करोड़ का भुगतान किया जाएगा। इससे पहले सरकार फसल बीमा की 2200 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान बीमा कंपनियों को प्रीमियम का भुगतान कर दिया था। इसके बाद ही किसानों को फसल बीमा की राशि प्रदान की जा रही है।
इन फसलों का बीमा : कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि खरीफ फसलों के तहत सोयाबीन, मक्का, धान, तुअर, बाजरा, ज्वार, कोदो, तिल, मूँगफली, कपास, मूँग और उड़द का बीमा हुआ है। इसी प्रकार, रबी फसलों में गेहूँ, चना, सरसों, अलसी और मसूर का बीमा करवाया गया है।
मध्यप्रदेश: समस्त खेल गतिविधियां 31 मई तक स्थगित
कोरोना वायरस संक्रमण के संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए खेल संचालक वीके सिंह द्वारा प्रदेश के समस्त स्टेडियम/ मैदानों पर संचालित खेल गतिविधियां, प्रशिक्षण एवं प्रतियोगिताओं को 31 मई तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। इस सिलसिले में आदेश जारी कर समस्त संभागीय /जिला और युवा कल्याण अधिकारी तथा सभी प्रभारी, राज्य खेल अकादमी को निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है। पहले खेल गतिविधियों को 31 मार्च तक फिर 30 अप्रैल तक स्थगित किया गया था जिसे अब बढ़ाकर 31 मई तक कर दिया गया है।
35 हजार मजदूर मध्य प्रदेश लाए गए : अपर मुख्य सचिव
अपर मुख्य सचिव आईसीपी केशरी ने बताया कि दूसरे राज्यों से अब तक लगभग 35000 मजदूर मध्यप्रदेश लाए जा चुके हैं। इनमें राजस्थान से 25000 गुजरात से 6000 उत्तर प्रदेश से 2000 और महाराष्ट्र से 2000 मजदूर आए हैं। सभी मजदूरों की बॉर्डर पर हेल्थ स्क्रीनिंग की जा रही है तथा उनकी भोजन आदि की अच्छी व्यवस्था की गई है। एक आंकड़े के मुताबिक मध्य प्रदेश के करीब 1,14000 मजदूर 18 अलग-अलग राज्यों में लॉकडाउन के बाद फंसे हुए हैं।
7 आईएएस अधिकारियों को जिम्मेदारी
केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने फंसे प्रवासी मजदूरों को लाने के निकालने के लिए अधिकारियों की एक नई टीम बनाई है। ये अधिकारी अन्य राज्यों की टीम के साथ समन्वय कर यह सुनिश्चित करेंगे कि जिन लोगों को मध्य प्रदेश से बाहर जाना है या बाहर से यहां आना है, उनकी मदद की जा सके। सरकार ने इसके लिए 7 आईएएस अधिकारियों को जिम्मा दिया है।
- मलय श्रीवास्तव - गुजरात, राजस्थान
- मनु श्रीवास्तव - उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब
- नीरज मंडलोई - दिल्ली, हरियाणा
- दीपाली रस्तोगी - महाराष्ट्र, झारखंड
- आईरिन सिंथिया - तमिलनाडु, केरल, पुडुचेरी
- वी किरण गोपाल - आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, उड़ीसा
- इलैया राजा टी - कर्नाटक और गोवा
क्या है गृहमंत्री की नई गाइडलाइंस
लॉकडाउन में फंसे प्रवासी लोगों के लिए गृह मंत्रालय ने बुधवार को नई गाइडलाइंस जारी की थी. गृह मंत्रालय की नई गाइडलाइंस के मुताबिक अगर किसी राज्य में फंसा कोई व्यक्ति दूसरे राज्य में जाना चाह रहा है तो इसके लिए दोनों राज्यों की सरकारें आपस में बातचीत कर के उपयुक्त कदम उठाएं। लोगों को सड़क के रास्ते ले जाया जाए। लोगों को भेजने से पहले सभी की मेडिकल जांच (स्क्रीनिंग) की जाए। अगर कोरोना वायरस संक्रमण का कोई लक्षण नहीं पाया जाता है तो उन्हें जाने की अनुमति दी जाए। गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार फंसे लोगों को भेजने के लिए बसों की व्यवस्था की जाए. इन बसों को अच्छी तरह से सैनिटाइज किया जाए. साथ ही इसमें बैठने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियम अपनाए जाएं।
श्योपुर : राजस्थान से श्योपुर सीमा पर आए 2500 मजदूर
राजस्थान-चम्बल पुल के बॉर्डर स्थित सामरसा चौकी से प्रदेश के अन्य जिलों बसों के भेजने की कार्रवाई की गई। एसडीएम रूपेश उपाध्याय ने बताया कि राजस्थान की बसों के माध्यम से 2560 मजदूरों को जिले की सामरसा चौकी बॉर्डर पर लाया गया है। इसके बाद इन मजदूरों को मध्यप्रदेश के शिवपुरी, भिंड, मुरैना, डिंडोरी, उमरिया आदि के लिए बसों से भेजेंगे। पुलिस के मुताबिक, अब तक 75 बसें लगाई जा चुकी हैं। राजस्थान से वहां की परिवहन निगम की बसों से सरकार बॉर्डर तक मजदूरों को भेज रही है।
हरदा : 362 मजदूरों को लेकर 12 बसें उत्तरप्रदेश रवाना
हरदा जिले से लाकडाउन में फंसे 362 मजदूरों को 12 बसों से उत्तर प्रदेश के लिए रवाना किया गया है। जिला प्रशासन द्वारा उत्तरप्रदेश के मूल निवासी 362 मज़दूरों को 12 बसों से उनके गृह राज्य के लिए रवाना किया गया। प्रशासन द्वारा तय रुट के अनुसार 4 बसें इलाहाबाद भेजी गई, वहीं 8 बसें झांसी के लिए रवाना की गई। इससे पहले मेडिकल टीम द्वारा श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच कर प्रमाणपत्र दिए गए। प्रशासन द्वारा सभी श्रमिकों के लिए भोजन की व्यवस्था भी की गई। इनमें से कई मज़दूर महाराष्ट्र के शहरों से घर की ओर निकले थे।
भोपाल: 700 पुलिसकर्मियों को फेस शील्ड दिए
कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते संक्रमण और पुलिसकर्मियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गुरुवार को भोपाल में ड्यूटी कर रहे 700 पुलिसकर्मियों को फेस शील्ड प्रदाय किये गए। कोविड-19 के संक्रमण से पुलिस कर्मचारियों को सुरक्षित करने के लिए फेस शील्ड दिया गया है। इससे चेकिंग और पेट्रोलिंग के दौरान पुलिस का किसी संक्रमित व्यक्ति से सीधा संपर्क या संवाद होने पर कोरोना संक्रमण से काफी हद तक बचाव हो सकेगा और वायरस फैलने का खतरा भी नहीं रहेगा। यह फेस शील्ड पुलिसकर्मियों को कोरोना संक्रमण के साथ साथ धूल, धुंआ आदि से भी बचायेगी। भोपाल में लॉकडाउन का उल्लंघन करने के मामले में गुरुवार को 85 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए गए। भोपाल ज़िले में पिछले 24 घंटों में 85 मामले दर्ज किए गए हैं। जबकि 22 मार्च से अब तक कुल 2841 मामले दर्ज किए गए।
सिवनी : 3 मई तक बढाया गया कर्फ्यू
सिवनी जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए आगामी 3 मई तक के लिए कर्फ्यू की अवधि बढ़ाई गई है। कलेक्टर प्रवीण सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम कर्फ्य की अवधि 3 मई तक बढ़ा दी गई हैं। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय दंड विधान की धारा 188 अंतर्गत दण्डनीय अपराध की श्रेणी में आएगा।
जबलपुर: दो और कोरोना संक्रमित मरीज मिले
जबलपुर में गुरुवार को कोरोना पॉजिटिव दो नए मरीज मिलने के बाद यहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 87 हो गई है। आईसीएमआर लैब से आज शाम मिली 85 सेम्पल की परीक्षण रिपोर्ट्स में से दो और कोरोना संक्रमित पाये गये हैं। इनमें एक पुरूष व एक युवती शामिल है। अब यहां पर कोरोना संक्रमितों की संख्या 87 हो गई है। वहीं मेडिकल कॉलेज में भर्ती दो कोरोना संक्रमितों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया। इन्हें मिलाकर अब तक 9 व्यक्ति स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। जबकि एक की मृत्यु के बाद लिया गया सैंपल कोरोना पॉजिटिव पाया गया था।
हरदा : जिले में दो और कोरोना पॉजिटिव पाए गए
जिले में गुरुवार को दो और कोरोना पाजिटिव मरीज पाए जाने के बाद जिले में संक्रमितों की संख्या 3 हो गई है। सीएमएचओ डॉ किशोर कुमार नागवंशी ने बताया कि जिले में 2 और व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ये दोनों पूर्व में संक्रमित पाए गए भटपुरा निवासी युवक के संपर्क में आए उसके परिवार के लोग हैं। इसके अलावा कोरोना संक्रमित युवक के दूसरे सैंपल की रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाई गई है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक संक्रमितों की संख्या 2625 : इंदौर 1486, भोपाल 508, उज्जैन 138, जबलपुर 85, खरगोन 70, धार 48, खंडवा 46, रायसेन 55, होशंगाबाद 35, बड़वानी 26, देवास 24, रतलाम में 14, मुरैना-विदिशा में 13-13, आगर मालवा 12, मंदसौर 9, शाजापुर 6, सागर और छिंदवाड़ा 5-5, ग्वालियर और श्योपुर 4-4, अलीराजपुर-शहडोल में 3-3, रीवा-शिवपुरी और टीकमगढ़ में 2-2, बैतूल, डिंडोरी, हरदा, बुरहानपुर, अशोकनगर एक-एक संक्रमित मिला। अन्य राज्य के 2 मरीज हैं।
अब तक 130 की मौत: इंदौर 68, उज्जैन 24, भोपाल 15, खरगोन और देवास में 7-7, खंडवा 4, होशंगाबाद में 3, रायसेन और मंदसौर 2-2, धार, जबलपुर, आगर मालवा, छिंदवाड़ा, अशोकनगर में एक-एक की मौत हो गई।
स्वस्थ्य हुए 512 मरीज: इंदौर 177, भोपाल 223, मुरैना और विदिशा 13-13, खरगोन 22, खंडवा 31, बड़वानी और होशंगाबाद 14-14, जबलपुर 9, उज्जैन 5, देवास में 7, शाजापुर, ग्वालियर, श्योपुर 4, छिंदवाड़ा और शिवपुरी 2-2, रायसेन और सागर में एक-एक मरीज स्वस्थ हुआ। (स्वास्थ्य विभाग द्वारा 30 अप्रैल को जारी बुलेटिन के अनुसार)