दमोह। दमोह में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर से भागे युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। युवक द्वारा आत्महत्या किए जाने की खबर से गांव में सनसनी फैल गई, परिजनों सहित रिश्तेदार व ग्रामीणजन एकत्र हो गए।
पुलिस के अनुसार ग्राम मंगोला बटियागढ़ जिला दमोह निवासी कल्लू पिता हीरा अहिरवार उम्र 45 वर्ष जबलपुर में परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मजदूरी करता रहा। लेकिन लॉक डाउन के कारण कल्लू अपने परिजनों के साथ दमोह आ गया। दमोह के कालेज में कल्लू व उसके छोटे भाई उमेद व बहू को 20 अप्रेल को क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया। जहां से वे कल्लू दूसरे दिन 21 अप्रेल को भाग निकला, कल्लू के भागने से अफरातफरी मच गई, इस बात की सूचना पुलिस सहित अन्य लोगों को दी गई, कल्लू की लगातार तलाश की गई लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल सका।
दोपहर केरबना रोड पर कल्लू अहिरवार की लाश एक पेड़ पर लटकती देखी गई। जिसकी सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी पहुंच गए, जिन्होने आसपास के लोगों सहित परिजनों को बुलाकर शिनाख्त कराई तो शव की पहचान कल्लू अहिरवार के रुप में की गई। पुलिस ने कल्लू के शव को पोस्टमार्टम के लिए शासकीय अस्पताल पहुंचाकर मर्ग कायम कर लिया है।
वहीं कल्लू अहिरवार की मौत को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो गए है।वह क्वारेंटाइन सेंटर से कैसे भागा, यह भी जांच का विषय बन गया है, क्या वहां पर सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी, जिसके चलते कल्लू भागने में सफल हो गया। वहीं पुलिस का यह भी कहना है कि शव देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि युवक ने 21 अप्रेल को ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है, जिसकी जानकारी आज लगी है जब लोगों ने देखा।