भोपाल। फाइनल वह डिसीजन सामने आ ही गया जिसकी उम्मीद की जा रही थी। राहुल गांधी के नजदीकी, कांग्रेस पार्टी के महासचिव एवं मध्यप्रदेश के प्रभारी श्री दीपक बाबरिया से मध्यप्रदेश का प्रभार वापस ले लिया गया है। बावरिया के बाद मुकुल वासनिक को मध्यप्रदेश का प्रभार सौंपा गया है। श्री दीपक बाबरिया पर आरोप थे कि वह ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा ज्वाइन करने के बाद भी उनके संपर्क में है एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा उठाए गए कदमों का समर्थन करते हैं।
दीपक बावरिया जबसे प्रभारी मंत्री बनकर मध्य प्रदेश आए थे तभी से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के साथ उनके रिश्तो में खटास आ गई थी। दीपक बावरिया ने दिग्विजय सिंह से परामर्श किए बिना कई फैसले लिए और दिग्विजय सिंह ने अपना दमखम दिखाते हुए दीपक बावरिया के फैसलों को निष्प्रभावी करवा दिया। कहा जाता रहा है कि दीपक बावरिया, राहुल गांधी की टीम में होने के कारण ज्योतिरादित्य सिंधिया को ज्यादा सपोर्ट करते हैं।
जब कमलनाथ सरकार पर संकट गहराया था तब उनकी सिंधिया से नजदीकियों की चर्चाएं जोरों पर रही। कई बार उन्होंने सिंधिया के समर्थन मे बयान दिया था। वही सिंधिया के भाजपा का दामन थामने के बाद भी बावरिया की उनसे नजदीकियों की खबरें हाईकमान तक पहुंची थी। हालांकि दूसरी खबर यह भी है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करने के बाद भी कई कांग्रेस नेताओं के संपर्क में है और उनसे नियमित रूप से बातचीत करते रहते हैं।